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बिलासपुर, 23 जुलाई। हिमाचल प्रदेश के झंडूता विधानसभा क्षेत्र में निर्माणाधीन नंद-नगरांव पुल का काम जल्द पूरा होने की उम्मीद है। यह पुल प्रदेश का सबसे बड़ा स्टील सस्पेंशन ब्रिज होगा, जिसकी लंबाई 387 मीटर है। झंडूता के विधायक जीतराम कटवाल ने पुल का निरीक्षण किया और अधिकारियों को गुणवत्ता का ध्यान रखते हुए काम जल्द पूरा करने के निर्देश दिए।
नंद-नगरांव पुल के लाभ
दूरी में कमी: पुल के बनने से कोटधार क्षेत्र से झंडूता की दूरी कम हो जाएगी, जिससे लोगों को आवागमन में आसानी होगी।
आर्थिक विकास: पुल के निर्माण से क्षेत्र के आर्थिक विकास को भी बढ़ावा मिलेगा।
परिवहन में सुधार: हमीरपुर और कांगड़ा जैसे स्थानों से कीरतपुर साहिब का फासला लगभग 60 किलोमीटर कम हो जाएगा, जिससे परिवहन में सुधार होगा।
निर्माण कार्य की प्रगति
काम की शुरुआत: नंद-नगरांव पुल का काम 6 फरवरी 2021 को शुरू हुआ था।
प्रगति: दिसंबर 2022 तक लगभग 70% काम पूरा हो चुका था।
पूर्ण होने की उम्मीद: अक्तूबर में जनता को समर्पित होने की संभावना है।
विधायक जीतराम कटवाल का बयान
विकास को बढ़ावा: जीतराम कटवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गांवों और पिछड़े क्षेत्रों के विकास को विशेष तवज्जो दे रहे हैं।
क्षेत्र के विकास में योगदान: अकेले झंडूता विधानसभा क्षेत्र में कई विकास कार्य हो रहे हैं, जिनमें 9 पुलों, कुटबांगड़ पेयजल योजना और लगभग 25 सड़कों का निर्माण शामिल है।
केंद्र सरकार की भूमिका: मोदी सरकार हिमाचल की भरपूर मदद कर रही है, जबकि प्रदेश की कांग्रेस सरकार विकास कार्यों में रोड़े अटका रही है। केंद्र सरकार ने आपदा की इस घड़ी में हिमाचल को 451.44 करोड़ रुपये की राशि स्वीकृत की है।
