न्यूज अपडेट्स
मंडी, 15 जून। हिमाचल के मंडी जिला के बड़ा देव कमरुनाग मंदिर में सरनाहुली उत्सव चल रहा है और यही वजह है कि कमरुनाग और शिकारी माता मंदिर में हजारों श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंच रहे है। इसी बीच बीते कल यानी शनिवार को VVIP मूवमेंट के चलते श्रद्धालु गु्स्से में आ गए। वजह थी लंबे समय तक की इंतजारी, जिसके बाद मौके पर आकर पुलिस को मोर्चा संभालना पड़ा था।
सुबह 9 से 1 बजे तक रोका गया रास्ता
सरनाहुली मेले के एक दिन पहले ही लोगों का भारी जनसैलाब उमड़ा, लेकिन VVIP मूवमेंट के चलते पुलिस ने सुबह 9 से दोपहर 1 बजे तक श्रद्धालुओं की गाड़ियों को बीच रास्ते में ही रोक दिया।
श्रद्धालुओं का आक्रोश पुलिस पर फूटा
भीषण गर्मी और तेज़ धूप में फंसे श्रद्धालुओं का गुस्सा देखते ही बन रहा था। बच्चे, महिलाएं, बुज़ुर्ग और बाहर से आए सैलानी सभी घंटों तक भूखे-प्यासे सड़कों पर खड़े रहे। जब उन्हें पता चला कि कुछ विधायक दर्शन को निकले हैं, इसलिए ट्रैफिक रोका गया है तो लोगों ने मंदिरों में वीवीआईपी कल्चर के खिलाफ जमकर नाराज़गी जताई।
वोट लेने आते हैं तो पांव पकड़ते हैं- श्रद्धालु़
स्थानीय लोगों का आरोप है कि नेताओं को दर्शन के लिए आसान रास्ता चाहिए, जबकि आम जनता को घंटों सड़कों पर इंतजार करना पड़ रहा है। कई श्रद्धालु कैमरे पर यह कहते सुने गए जब वोट लेने आते हैं, तो घर-घर आते हैं, अब दर्शन के लिए इन्हें रास्ता चाहिए तो जनता को रोक रहे हैं। क्या ये मंदिर उनके निजी घर हैं?
बच्चों और बुजुर्गों के लिए बना बड़ा संकट
गाड़ियों में फंसे लोगों में कई ऐसे बुजुर्ग और छोटे बच्चे थे जिन्हें गर्मी और भीड़ के चलते परेशानियों का सामना करना पड़ा। इस दौरान पुलिस और श्रद्धालुओं के बीच तीखी बहस भी हुई। कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं जिनमें लोग मंदिर में सब बराबर का नारा लगाते दिख रहे हैं।
SP ने दी सफाई
मंडी की SP साक्षी वर्मा ने कहा कि ट्रैफिक कुछ देर के लिए रोका गया था ताकि विधानसभा की कमेटी सुरक्षित दर्शन कर सके। उन्होंने 4 घंटे तक ट्रैफिक रोकने की बात को गलत बताया और कहा कि मेले की वजह से भीड़ अधिक थी, इसलिए मार्ग बाधित हुआ।