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हिमाचल: पिता और पुत्र आमने सामने - सोशल मीडिया पर पोस्ट - नीरज बोले - आप कुर्सी का आनंद लीजिए

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न्यूज अपडेट्स 
शिमला, 20 जून। हिमाचल की कांग्रेस सरकार में कृषि मंत्री का पद संभाल रहे मंत्री चंद्र कुमार के खिलाफ उनके अपने ही बेटे पूर्व विधायक एवं पूर्व मुख्य संसदीय सचिव नीरज भारती ने मोर्चा खोल रखा है। बीते रोज एक के बाद एक नीरज भारती ने तीन पोस्ट सोशल मीडिया पर डालकर सियासी गलियारों में तूफान खड़ा कर दिया था। सबसे बड़ा तूफान तो उन्होंने पिता चंद्र कुमार के मंत्री पद से इस्तीफे की बात कह कर उठाया था।

मंत्री चंद्र कुमार ने किया था स्पष्ट

बेटे नीरज भारती की इस्तीफ वाली पोस्ट के बाद आज कृषि मंत्री चंद्र कुमार ने मीडिया से बात करते हुए स्पष्ट किया कि मैं इस्तीफा नहीं दे रहा हूं। ट्रांसफर को लेकर कुछ गिला.शिकवा था, लेकिन रात में सीएम से सौहार्दपूर्ण बातचीत हो गई और मामला सुलझ गया। लेकिन मंत्री चंद्र कुमार के इस बयान के बाद एक बार फिर नीरज भारती भड़क गए हैं और उन्होंने आज फिर से एक पोस्ट शेयर कर अपने ही पिता के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। 

नई पोस्ट ने मचाई खलबली

अपनी ताज़ा पोस्ट में नीरज ने चेताया है कि अगर भाजपा समर्थकों के तबादले आज की तारीख में रद्द नहीं किए गए, तो मैं खुलकर लड़ाई लड़ूंगा,आपके खिलाफ भी और आपकी सरकार के खिलाफ भी, चाहे अकेले ही क्यों न लड़ना पड़े। उन्होंने आगे लिखा फिलहाल आप अपनी मंत्री की कुर्सी का आनंद लीजिए। इस तीखी टिप्पणी से स्पष्ट है कि पिता.पुत्र के बीच राजनीतिक टकराव अब खुलकर सामने आ गया है।

पिछली 3 पोस्टों से गरमाई थी सियासत

17 जून को नीरज भारती ने सोशल मीडिया पर एक लंबा पोस्ट डालते हुए अपने ही पिता और राज्य के वरिष्ठ मंत्री चंद्र कुमार पर निशाना साधा। उन्होंने आरोप लगाया कि मंत्री पद पर रहते हुए उनके पिता ऐसे बिचौलियों और विफल अधिकारियों के दबाव में काम कर रहे हैं, जो पूर्व भाजपा शासन से जुड़े रहे हैं। भारती ने यह भी मांग की कि स्थानांतरण प्रक्रिया से ट्रांसफर माफिया को हटाया जाए और ईमानदारी से कार्य हो। नीरज भारती ने एक पोस्ट में पिता कृषि मंत्री चंद्र कुमार के इस्तीफे तक की बात कह दी थी। 

विवाद बढ़ने के बाद 85 वर्षीय वरिष्ठ नेता चंद्र कुमार ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि राजनीति में मतभेद स्वाभाविक हैं। लेकिन मेरा इस्तीफा कोई मुद्दा नहीं है। पार्टी का अनुशासन सर्वोपरि है और हम सब मिलकर सरकार को मजबूत करने का काम करेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि उन्होंने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से इस विषय पर बात की है और स्थानांतरण प्रक्रिया में पारदर्शिता के लिए ठोस कदम उठाए जाएंगे।

पहले भी कर चुके हैं पार्टी पर वार

यह पहला मौका नहीं है जब नीरज भारती ने कांग्रेस नेतृत्व या सरकार पर हमला बोला हो। दो साल पहले उन्होंने अपनी ही पार्टी के विधायकों को सलाह देते हुए सोशल मीडिया पर लिखा था कि 8 महीने में तो सरकार काम नहीं कर पाईए जबकि 9 महीने में बच्चा हो जाता है। यह पोस्ट उस वक्त आया था जब चंद्र कुमार ने मुख्यमंत्री सुक्खू का समर्थन करते हुए सुधीर शर्मा और राजेंद्र राणा पर अनुशासनहीनता का आरोप लगाया था। उस पर नीरज ने अपने ही पिता को भी नसीहत दी थी कि पहले अपने जिले पर ध्यान दें।

कांग्रेस में गुटबाजी

चंद्र कुमार को वीरभद्र सिंह गुट का मजबूत चेहरा माना जाता है और वह होली लॉज के करीबी रहे हैं। उनके बेटे नीरज भारती को भी वीरभद्र सिंह ने CPS बनाया था। ऐसे में यह पूरा मामला सिर्फ एक ट्रांसफर का विरोध या युवराज की भावुकता नहीं, बल्कि कांग्रेस के भीतर दो ध्रुवों की खींचतान का संकेत भी हो सकता है।

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