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हमीरपुर, 20 मई । हिमाचल प्रदेश में आए दिन लोगों के साथ ठगी के मामले सामने आ रहे हैं। शातिर अधिक मुनाफे का लालच देकर लोगों के साथ ठगी कर रहे हैं। जिसके लिए पुलिस जागरूकता अभियान भी चला रही है। बावजूद इसके लोग ज्यादा पैसों के लालच में ठगी का शिकार हो रहे हैं। ऐसा ही एक मामला अब हिमाचल के हमीरपुर जिला से सामने आया है। यहां एक महिला उच्च रिर्टन के झांसे में आकर 11 लाख रुपए लूटा बैठी है। महिला ने पुलिस थाना में मामला दर्ज करवाया है।
उच्च रिटर्न का लालच देकर ठगे 11 लाख
दरअसल भोरंज क्षेत्र की एक महिला के साथ धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। राजस्थान की एक निजी कंपनी ने उच्च रिटर्न का लालच देकर महिला से 11 लाख रुपए की ठगी की है। भोरंज थाना में दर्ज इस मामले में कुल 12 लोगों को आरोपी बनाया गया है, जिनमें कंपनी नेक्सा एवरग्रीन प्राइवेट लिमिटेड से जुड़े प्रतिनिधि भी शामिल हैं।
क्या बोली शिकायतकर्ता
शिकायतकर्ता शशि कुमारी, निवासी गांव कंजियान तहसील भोरंज ने पुलिस को बताया कि आरोपियों ने उन्हें डोलेरा स्मार्ट सिटी नाम की एक रियल एस्टेट परियोजना में निवेश के लिए प्रलोभन दिया। उन्होंने कंपनी द्वारा अहमदाबाद, गुजरात के पास प्रोजेक्ट चलाने का दावा किया, जो बाद में फर्जी साबित हुआ।
कंपनी के प्रतिनिधि नहीं दे रहे जवाब
शशि कुमारी ने बताया कि शुरुआत में कंपनी ने निवेश पर भारी मुनाफा और शीघ्र रिटर्न का वादा किया, जिससे प्रभावित होकर उन्होंने करीब 11 लाख रुपए निवेश कर दिए। लेकिन कुछ समय बाद जब उन्होंने रिटर्न या रिफंड की मांग की, तो कंपनी के प्रतिनिधियों ने जवाब देना बंद कर दिया और कथित रूप से धमकियां भी दीं। महिला की शिकायत पर पुलिस ने केस दर्ज कर आगामी जांच शुरू कर दी है।
पुलिस ने मामला दर्ज कर शुरू की जांच
मामले की जानकारी देते हुए हमीरपुर के पुलिस अधीक्षक भगत सिंह ठाकुर ने बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए 9 मई को भोरंज थाना में एफआईआर दर्ज की गई है। उन्होंने कहा कि धोखाधड़ी करने वाले व्यक्तियों या कंपनियों के खिलाफ पुलिस सख्त कार्रवाई करेगी। पीड़ित महिला की शिकायत के आधार पर तफ्तीश शुरू कर दी गई है और सभी पहलुओं की जांच की जा रही है।
क्या कहते हैं एसपी भगत सिंह ठाकुर
एसपी भगत सिंह ठाकुर ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि कोई भी निवेश करने से पहले कंपनी की पृष्ठभूमि, वैधता और पंजीकरण दस्तावेजों की अच्छी तरह जांच करें। ताकि आपकी जमा पूंजी सुरक्षित रह सके। यह घटना एक बार फिर इस बात की चेतावनी है कि भारी रिटर्न और जल्द मुनाफे का वादा करने वाली योजनाएं अक्सर ठगी का जाल होती हैं।
पुलिस प्रशासन की ओर से नागरिकों को यह सलाह दी गई है किसी भी निवेश से पहले सरकारी प्राधिकृत पोर्टलों या वेबसाइट्स पर कंपनी की वैधता जांचें। कंपनी की पंजीकरण संख्या, कार्यालय का सत्यापन और पिछले रिकॉर्ड को देखें। यदि कोई स्कीम अत्यधिक लाभ देने का दावा करे, तो उसकी सत्यता की गहन पड़ताल करें।