प्रबोध सक्सेना की ओर से सामान्य प्रशासन विभाग को सूचित किया गया है कि यह बिल वह खुद भरेंगे। पहले इसे सामान्य प्रशासन विभाग को दे दिया गया था।
अधिकारियों की यह पार्टी शिमला के होटल होलीडे होम में होली के दिन हुई थी। इसके बाद होटल ने 1,22,000 का बिल सामान्य प्रशासन विभाग को सौंप दिया था। इस पार्टी के लिए निमंत्रण भी मुख्य सचिव और उनकी धर्मपत्नी की ओर से दिया गया था, जिसमें सामान्य प्रशासन विभाग का जिक्र नहीं था। बाद में बिल मीडिया में लीक होने के बाद काफी विवाद हुआ।
इसके बाद सीएम के सलाहकार मीडिया नरेश चौहान ने भी यह सुझाव दिया था कि मुख्य सचिव को यह बिल खुद ही भरना चाहिए। अब मुख्य सचिव कार्यालय से सूचना के बाद सामान्य प्रशासन विभाग में ने भुगतान की प्रक्रिया को रोक दिया है।