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शिमला। हिमाचल प्रदेश में एचआरटीसी के चालकों परिचालकों ने उनकी मांगों को पूरा ना करने पर तीन दिन की हड़ताल पर जाने की चेतावनी दे दी है। निगम के यह चालक परिचालक 9 मार्च की रात 12 बजे से हड़ताल पर चले जाएंगे। जिससे प्रदेश भर में एचआरटीसी की तीन हजार से ज्यादा बसों के पहिये थम जाएंगे। जिससे ना सिर्फ आम जनता को परेशानी होगी। बल्कि स्कूल और ऑफिस जाने वालों के लिए भी मुश्किलें खड़ी हो जाएंगी।
क्या बोले एचआरटीसी चालक संघ के अध्यक्ष
दरअसल एचआरटीसी चालक संघ के अध्यक्ष मान सिंह का कहना है कि प्रदेश सरकार निगम के चालकों परिचालकों का भुगतान नहीं कर रहा है। लंबे समय से अपनी देनदारियों की मांग करने के बाद भी सरकार का इस ओर कोई ध्यान नहीं है। जिसके चलते यूनियन ने 20 फरवरी को सरकार और निगम प्रबंधन के समय उनकी मांगों को छह मार्च तक पूरा करने का अल्टीमेटम दिया था। लेकिन सरकार ने उनकी मांगों को पूरा नहीं किया। ऐसे में अब उन्हें हड़ताल का रास्ता अपनाना पड़ रहा है।
150 करोड़ से अधिक की हैं देनदारियां
अध्यक्ष मान सिंह ने कहा कि एचआरटीसी कर्मचारियों की 150 करोड़ से अधिक की देनदारियां बाकी हैं। जिसमें 65 महीने का ओवरटाइम, महंगाई भत्ते का एरियर, 4914 का एरियर और 2016 पे कमीशन का एरियर बकाया है। चालक परिचालक बार बार सरकार से उनकी देनदानियां देने की मांग करता रहा है, बावजूद इसके उनकी मांगों को पूरा नहीं किया जा रहा है।
एकमुश्त मांगे 59 करोड़ रुपए
एचआरटीसी चालक संघ के अध्यक्ष मान सिंह ने कहा कि जब एचआरटीसी चालक परिचालक हड़तालों ने हड़ताल करने का फैसला किया तो सरकार ने उन्हें मात्र पांच करोड़ देने की बात कही है। मान सिंह ने कहा कि अब चालक परिचालक पांच और 10 करोड़ के लॉलीपॉप से नहीं मानेंगे। उनकी लगभग 59 करोड़ की देनदारियां बाकी हैं, जिन्हें एकमुश्त चुकता किया जाए।
सीएम सुक्खू ने भी किया था ऐलान
मानसिंह ठाकुर ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने पिछले साल एचआरटीसी के स्थापना दिवस पर 59 करोड़ रुपए की किस्त देने की घोषणा की थी। लेकिन एक साल बीत जाने के बाद भी कर्मचारियों को यह राशि नहीं मिली है। इसके अलावा निगम उपाध्यक्ष ने भी पांच करोड़ रुपए जारी करने का आश्वासन दिया था, वह भी पूरा नहीं किया गया।
9 मार्च की रात 12 बजे से थम जाएंगे एचआरटीसी के पहिये
संघ ने स्पष्ट कर दिया है कि 5.10 करोड़ रुपए से काम नहीं चलेगा। वे पूरे 59 करोड़ रुपए की मांग कर रहे हैं। ऐसे में यदि इनकी हड़ताल का समाधान नहीं निकला तो 9 मार्च रात 11रू59 बजे से हड़ताल शुरू हो जाएगी। इससे राज्य की बस सेवाएं पूरी तरह ठप हो जाएंगी।
आम जनता को झेलनी पड़ेगी परेशानी
बता दें कि हिमाचल में आवाजाही का सबसे अहम जरिया बसें है। एचआरटीसी की बसें दूर दराज के ग्रामीण इलाकों में जाती हैं। ऐसे में इनकी मांगे पूरी नहीं की गई, तो आम जनता को परिवहन सुविधाएं ठप पड़ने से परेशानी झेलनी पड़ेगी।
बता दें कि बीते रोज बुधवार को हिमाचल रोड ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन के कर्मचारियों की बुधवार को लंबित देनदारियों को लेकर निगम उपाध्यक्ष वाइस चेयरमैन अजय वर्मा के साथ बैठक हुई थी। लेकिन यह बैठक बेनतीजा रही। इस बैठक में निगम के उपाध्यक्ष ने पांच करोड़ रुपए जारी करने की बात कही। लेकिन कर्मचारी संघ का कहना है कि 5 और 10 करोड़ से बात नहीं बनेगी। सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू बीते वर्ष एचआरटीसी के स्थापना दिवस पर 59 करोड़ देने की घोषणा की थी, जिसे वह पूरी करें।