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शिमला। हिमाचल प्रदेश पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड (HPPCL) के चीफ इंजीनयर विमल नेगी की खुदकुशी के मामले में पुलिस ने आरोपी कॉरपोरेशन के निदेशक देशराज की तलाश तेज कर दी है। देशराज की अग्रिम जमानत की अर्जी हाईकोर्ट से खारिज हो चुकी है। तभी से वे फरार हैं।
न घर में, न गांव में
बताया जाता है कि पुलिस ने देशराज की तलाश में HPPCL के शिमला ऑफिस, उनके घर और हमीरपुर में उनके पैतृक गांव तक में दबिश दी है। देशराज तीनों ही जगह पर पुलिस को नहीं मिले हैं। पुलिस ने अब देशराज की व्यापक तलाशी के लिए कई टीमों का गठन किया है, जो उनके संभावित ठिकानों पर तलाश कर रही है।
लोकेशन भी नहीं मिल रही है
बताया जा रहा है कि देशराज ने अपना मोबाइल फोन भी स्विच ऑफ कर रखा है, जिससे न तो उनकी लोकेशन मिल रही है और न ही उनसे संपर्क हो पा रहा है। आपको बता दें कि पुलिस ने HPPCL के तत्कालीन एमडी हरिकेश मीणा, कंपनी के डायरेक्टर देशराज और एक अन्य अधिकारी पर विमल नेगी को खुदकुशी के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया है।
यह है पूरा मामला
विमल नेगी 10 मार्च को शिमला स्थित अपने दफ्तर से घर पहुंचने की जगह टैक्सी लेकर बिलासपुर चल गए थे। उसके बाद से वे लापता थे। 9 दिन बाद विमल नेगी का शव गोविंद सागर झील में पाया गया था। नेगी के लापता होने के बाद उनकी पत्नी ने HPPCL के उच्च अधिकारियों पर प्रताड़ना के आरोप लगाए थे।
इन अफसरों पर भी प्रताड़ना के आरोप
विमल नेगी की पत्नी और उनके परिजनों ने HPPCL के एमडी हरिकेश मीणा, डायरेक्टर पर्सनल शिवम प्रताप और डायरेक्टर देशराज पर मानसिक प्रताड़ना के आरोप लगाए थे। परिजनों का कहना था कि इन तीनों अफसरों की लगातार प्रताड़ना से तंग आकर विमल नेगी 10 मार्च को अचानक दफ्तर से निकलकर घर पहुंचने की जगह बिलासपुर चले गए थे। बाद में 18 मार्च को उनका शव बांध में पाया गया था।