हिमाचल: पूर्व विधायक राजेंद्र राणा की पत्नी और बेटे पर धोखाधड़ी और चोरी का आरोप, FIR दर्ज

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सिरमौर। हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले के पच्छाद थाना में सुजानपुर से पूर्व विधायक राजेंद्र राणा की पत्नी अनिता राणा और उनके बेटे अभिषेक राणा के खिलाफ धोखाधड़ी और चोरी का मामला दर्ज किया गया है। यह मामला शिमला के मशोबरा निवासी अनिल चौहान की शिकायत पर दर्ज किया गया है। अनिल चौहान किंग स्टोन माइन एंड मिनरल स्टोन क्रशर के मालिक हैं और उनका आरोप है कि अभिषेक राणा और उनकी मां अनिता राणा ने उनके साथ धोखाधड़ी की और जेसीबी मशीन चोरी की।

पार्टनरशिप के तहत की गई थी जेसीबी की खरीदारी

शिकायत के अनुसार, 15 अप्रैल 2021 को अभिषेक राणा और उनकी मां अनिता राणा किंग क्रशर में क्रमशः 25-25 फीसदी के हिस्सेदार बने थे। इसके बाद, अभिषेक राणा ने सुझाव दिया कि काम को और सुचारू रूप से चलाने के लिए एक जेसीबी मशीन खरीदनी चाहिए। उनका कहना था कि यदि जेसीबी मशीन किसी ऐसे व्यक्ति के नाम पर खरीदी जाए जिसकी आयु 45 साल से कम हो तो उसे एमएसएमई से रिबेट मिल सकता है। इस पर सहमति जताते हुए जेसीबी मशीन अभिषेक राणा के नाम पर खरीदी गई।

मशीन के भुगतान की जिम्मेदारी अनिल पर

अनिल चौहान ने पुलिस को बताया कि जेसीबी की मार्जिन मनी और किस्तों का भुगतान उन्होंने किया। इसके बाद, 12 अगस्त 2021 को दोनों पार्टियों के बीच एक एग्रीमेंट हुआ, जिसके तहत यह तय किया गया कि उक्त जेसीबी क्रशर की संपत्ति होगी और उसका प्रयोग केवल क्रशर साइट पर किया जाएगा। 

विधायक के बेटे और पत्नी पर आरोप

हालांकि, 11 दिसंबर 2024 को अभिषेक राणा, कमलेश कुमार और कुछ अज्ञात लोग क्रशर साइट पर पहुंचे और बिना अनिल चौहान की अनुमति के जेसीबी मशीन को चोरी कर एक अज्ञात स्थान पर ले गए। अनिल चौहान ने इस मामले में पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई, जिसमें उन्होंने आरोप लगाया कि अभिषेक राणा ने धोखाधड़ी के इरादे से उनके पैसे का इस्तेमाल करके जेसीबी मशीन खरीदी और उसे अपने कब्जे में ले लिया।

क्या बोले पूर्व विधायक राजेंद्र राणा 

इस मामले पर जब पूर्व विधायक राजेंद्र राणा से संपर्क किया गया, तो उन्होंने इसे एक फर्जी मामला बताया। उनका कहना था कि यह मामला दबाव बनाने के लिए बनाया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि अनिल चौहान के खिलाफ मोहाली में पहले ही एफआईआर दर्ज हो चुकी है, लेकिन वह जांच में शामिल होने के बजाय सरकार से मिलकर एक झूठा मामला बनाने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने यह भी बताया कि जेसीबी मशीन को पुलिस की मौजूदगी में ही लाया गया था और उसकी आरसी (रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट) अभिषेक राणा के नाम पर है।

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