हिमाचल: लव ट्राएंगल केस में बड़ा खुलासा - बेल्ट से गला घोंटकर की हत्या, आरोपियों ने सब कुछ बताया, जानें पूरा मामला

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न्यूज अपडेट्स 
ऊना। जैसी कि ऊना के एसपी ने आशंका जताई थी, जिले के बहुचर्चित अपहरण कांड में मर्डर का एंगल पुख्ता हो गया है। इस मामले के आरोपियों ने पुलिस की पूछताछ में अपना गुनाह कबूल लिया है। उन्होंने पुलिस को बताया है कि युवक हरदीप उर्फ जिया के अपहरण के बाद उसकी गला घोंटकर हत्या कर दी गई और देह को पंजाब के ब्रह्मपुर में नंगल नहर में फेंक दिया है। अब पुलिस को नंगल नहर में हरदीप की बॉडी की तलाश है। पुलिस ने आरोपियों के बयान की सच्चाई जानने के लिए फोरैंसिक टीम के साथ ब्रह्मपुर का दौरा कर सबूत जुटाए हैं।

नाबालिग किशोरी ने ऐसे जाल में फंसाया

पुलिस जांच में सामने आया कि पंजाब में स्कूली छात्रा नाबालिग किशोरी से प्रेम संबंध के मामले में अप्पर अरनियाला निवासी दो युवकों- वंश उर्फ बंटू और हरदीप ऊर्फ जिया की आपसी तकरार थी। किशोरी 19 फरवरी को दो अन्य आरोपियों के साथ ऊना आई।

तीनों आरोपी आल्टो कार में अप्पर कोटलाकलां पहुंचे जहां किशोरी ने जिया को फोन करके विवाद खत्म करने के बहाने बुलाया। जैसे ही जिया अपनी बाइक पर पहुंचा तो आरोपियों ने कार से उसकी बाइक को टक्कर मार दी जिससे वह नीचे गिर गया। इसके बाद तीनों ने उस पर हमला कर दिया और उसे अगवा कर लिया।

बेल्ट से गला घोंटकर किा मर्डर

आरोपियों ने पुलिस को बताया कि हरदीप उर्फ जिया को ऊना के अप्पर कोटलाकलां से अरनियाला रोड ले जाया गया, जहां कार में उसकी बुरी तरह पिटाई की गई। इसके बाद बेल्ट से गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी गई। वारदात के समय गाड़ी में नाबालिग किशोरी समेत 4 आरोपी मौजूद थे। हत्या के बाद वे शव लेकर चंडीगढ़ रोड की ओर निकल पड़े और रास्ते में ब्रह्मपुर के पास नहर में फेंक दिया।

चंडीगढ़ में उन्होंने होटलों में कमरा लेना चाहा लेकिन बिना दस्तावेज के उन्हें कमरा नहीं मिला। इसके बाद वह अगले दिन वापस ऊना आ गए और तरणजीत सिंह निवासी देहलां को उसके घर छोड़ दिया। फिर ऊना से गाड़ी लेकर फरार हो गए। 

3 आरोपियों को रिमांड, किशोरी बाल सुधार गृह में

हत्या की गुत्थी को महज 2 दिन में सुलझाते हुए पुलिस ने मंडी जिले से वंश उर्फ बंटू और किशोरी को गिरफ्तार किया, जबकि हरोली थाना पुलिस ने मनप्रीत उर्फ मनी और तरणजीत सिंह को हिरासत में लिया। तीन आरोपी पुलिस रिमांड पर भेजे गए जबकि किशोरी को बाल सुधार गृह भेजा गया, क्योंकि उसकी उम्र 18 साल से 25 दिन कम है।

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