न्यूज अपडेट्स नेटवर्क
शिमला। नवरात्र के पहले दिन रविवार को हिमाचल प्रदेश देवभूमि संघर्ष समिति ने सुक्खू सरकार की सद्बुद्धि के लिए शिमला के संजौली इलाके में हवन किया गया। समिति का विरोध संजौली में अवैध मस्जिद को गिराने से जुड़ा है। इसके लिए आंदोलन हुआ तो आंदोलनकारियों के खिलाफ कार्रवाई की गई। इसी के विरोध स्वरूप यात्रा निकाली गई, हवन किया गया और गंगाजल का छिड़काव भी हुआ।
सनातनियों के दमन का आरोप
इसके बाद समिति के कार्यकर्ताओं ने सुक्खू सरकार पर सनातनियों के दमन का आरोप लगाते हुए कहा कि कुछ समय पहले सरकार ने राज्य में एक मंदिर तोड़ा, लेकिन संजौली मस्जिद के अवैध निर्माण को आज तक नहीं गिराया जा सका। समिति का कहना है कि उन्हें सुक्खू सरकार पर ऐसी कोई कार्रवाई की उम्मीद भी नहीं है। देवभूमि संघर्ष समिति ने प्रदेश सरकार और प्रशासन पर प्रदेश में सनातनियों के दमन का आरोप लगाया है। हवन के बाद देवभूमि संघर्ष समिति के लोगों ने संजौली में हनुमान चालीसा गाते हुए यात्रा निकाली और गंगाजल छिड़काव किया।
61 लोगों पर FIR
संजौली मस्जिद की अवैध मंजिलों को तोड़ने की मांग को लेकर किए गए आंदोलन में 11 दिसंबर को 61 लोगों के खिलाफ कुल 8 FIR दर्ज की गई थी। समित के पदाधिकारियों ने यह भी आरोप लगाया कि सुक्खू सरकार के संरक्षण की पजह से ही ईद के मौके पर छोटे स्कूली बच्चों को इस्लामी पोशाक पहनकर स्कूल आने को कहा जा रहा है।
महिलाएं भी पीछे नहीं
देवभूमि संघर्ष समिति की सदस्य श्वेता चौहान ने कहा कि अवैध मस्जिद निर्माण के खिलाफ सनातनी माताएं-बहनें सड़कों पर चंडी का रूप लेकर उतरी थी। आगे अगर हिमाचल प्रदेश में सनातन के साथ छेड़छाड़ होगी तो महिलाएं यूं ही सड़कों पर उतरें इसलिए हवन कराया गया है।