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शिमला। मुख्यमंत्री के प्रधान मीडिया सलाहकार नरेश चौहान ने महाकुंभ में भगदड़ को लेकर यूपी सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि जिस शाही स्नान की भाजपा हिमायत कर रही है, वहां लोगों की भारी भरकम भीड़ में भगदड़ मच जाने से लोगों को जान से हाथ धोना पड़ा। जबकि नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर महाकुंभ में स्नान से अर्थ व्यवस्था के मजबूत होने की बात कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि उत्तरप्रदेश सरकार की बदइंतजामी के कारण इतनी बड़ी घटना घटी। यदि उत्तर-प्रदेश सरकार के पास इतने बड़े इंतजाम करने के साधन नहीं थे तो व्यापक स्तर पर इतना बड़ा पर्व आयोजित करने तथा करोड़ों की संख्या में वहां लोगों को बुलाने की क्या आवश्यकता थी। शुक्रवार को जारी प्रेस बयान में नरेश चौहान ने जयराम ठाकुर के उस बयान पर आपत्ति जताई है जिसमें उन्होंने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे पर हमला बोलते हुए यह आरोप लगाया है कि कांग्रेस सनातन का अपमान कर रही है।
नरेश चौहान ने कहा कि जयराम ठाकुर का यह निरर्थक बयान राजनीति से प्रेरित है। ऐसा लगता है कि उन्हें अखबारों की सुर्खियों में बने रहने का ज्यादा शौक है, जिसके लिए वह आए दिए कांग्रेस पार्टी पर बेवजह कटाक्ष करते रहते हैं। नरेश चौहान ने कहा कि तीनों पीठों के शंकराचार्य, जिन्होंने एक साथ अमृत स्नान किया, ने भी इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि संगम पर भगदड़ मच जाने पर यह अव्यवस्था पैदा हुई जिससे वह पूरी तरह से आहत हैं। उनका कहना था कि श्रद्धालुओं के जीवन की सुरक्षा भी धर्म है जो सरकार की पूरी जिम्मेदारी है। शंकराचार्यों ने यह भी बयान दिया है कि प्रशासन यदि कड़ी कार्रवाई करता तो ऐसी दुर्घटना से बचा जा सकता था।
उन्होंने वहां की सरकार एवं प्रशासन द्वारा वीवीआईपी कल्चर को सुरक्षा प्रदान करने पर भी प्रश्नचिह्न उठाते हुए कहा कि उनके लिए अलग व्यवस्था और आयोजन पर अंकुश लगाया जाना चाहिए था ताकि श्रद्धालुओं पर खास ध्यान केंद्रित किया जा सकता। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को जयराम ठाकुर और उनकी पार्टी से सनातन संस्कृति, धर्म और धार्मिक परंपराएं सीखने की आवश्यकता नहीं है। कांग्रेस पार्टी किसी धर्म अथवा पर्व की खिलाफत नहीं करती बल्कि सनातन परम्पराओं का सम्मान करती है।