न्यूज अपडेट्स
शिमला पुलिस ने चिट्टा तस्करी के नेटवर्क में शामिल तहसील वेल्फेयर ऑफिसर को गिरफ्तार कर बड़ी कार्रवाई की है। पुलिस ने शाह गैंग के बाद अब गुरमीत गैंग का भंडाफोड़ करते हुए इस सरकारी अफसर को दबोचा है। जांच में सामने आया है कि आरोपी ऑफिसर अंतरराज्यीय ड्रग तस्कर विजय सोनी के साथ मिलकर नशे का कारोबार चला रहा था। वह न केवल तस्करों को सुरक्षित ठिकाने उपलब्ध करवा रहा था, बल्कि अन्य जरूरी सुविधाएं भी उपलब्ध करा रहा था। पुलिस ने अब तक राधे गैंग, रंजन गैंग, शाही महात्मा, शाह गैंग और अब गुरमीत गैंग का पर्दाफाश कर कई आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
गुरमीत, जो कि अंतरराज्यीय ड्रग तस्करी का बड़ा सरगना है, को शिमला पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। वह लंबे समय से शिमला और आसपास के क्षेत्रों में चिट्टे की आपूर्ति कर रहा था। एसपी संजीव गांधी के मुताबिक, संदीप शाह गैंग के दो आरोपियों को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इनकी पहचान अंकिता नेगी निवासी मल्याणा, शिमला और मुकुल चौहान निवासी गांव दुधली, जिला शिमला के रूप में हुई है। खास बात यह है कि आरोपी मुकुल चौहान शिमला में तहसील कल्याण अधिकारी के पद पर कार्यरत था।
शाही महात्मा गैंग से जुड़े आरोपी नीरज जिल्टा, जो रोहड़ू में नशे का नेटवर्क चला रहा था, को पुलिस ने मंगलवार को गिरफ्तार किया। वह मामला दर्ज होने के बाद से फरार था। वहीं, पुलिस ने सोलन से विजय सोनी को हिरासत में लेकर गिरफ्तार किया है।
एसपी ने बताया कि पुलिस थाना ढली के तहत करण निवासी गुड्डू मल बिल्डिंग, संजौली, शिमला और गुरमीत सिंह (23), निवासी वीपीओ महुमुआना, जिला फरीदकोट को 100.590 ग्राम चिट्टे के साथ पकड़ा गया है। इसके अलावा, कुलदीप ठाकुर उर्फ मोनू, निवासी सरस्कसन, तहसील सरकाघाट, जिला मंडी (वर्तमान निवासी मल्याणा, शिमला) से 3.36 ग्राम चिट्टा और डेढ़ लाख रुपये नकद बरामद किए गए हैं।
पुलिस थाना छोटा शिमला के तहत एसडीए कॉलोनी, विकासनगर शिमला निवासी दानिश उर्फ भानु को 1.83 ग्राम चिट्टे के साथ गिरफ्तार किया गया है। पुलिस इस नेटवर्क की गहराई से जांच कर रही है और अन्य आरोपियों की तलाश जारी है।