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शिमला. हिमाचल प्रदेश में सुक्खू सरकार को बड़ा झटका लगा है. हाईकोर्ट ने महिला आईपीएस अधिकारी इल्मा अफरोज दोबारा बद्दी में तैनाती के आदेश दिए हैं और ऐसे में अब अधिकारी इल्मा अफरोज को एसपी बद्दी के रूप में ही ज्वाइन करना होगा. गौरतलब है कि 16 दिसंबर को इल्मा अफरोज लंबी छुट्टी के बाद ड्यूटी पर लौटी थी तो सरकार ने उन्हें बद्दी के बजाया शिमला में तैनाती दी थी।
गुरुवार के बाद लगातार दूसरे दिन शुक्रवार को मामले की सुनवाई हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट में हुई. चीफ जस्टिस गुरमीत सिंह संधावालिया और न्यायाधीश सत्येन वेद्य की बैंच में यह केस लगा हुआ था. लेकिन चीफ जस्टिस की बैंच में मामले की सुनवाई फिर से पुराने बेंच में करने के आदेश दिए हैं. ऐसे में अब जस्टिस तरलोक सिंह चौहान और जस्टिस सुशील कुकरेजा की बैंच में मामले की सुनवाई 24 फरवरी को होगी. इससे पहले गुरुवार को कोर्ट ने तीन आईपीएस अधिकारियों का पैनल सरकार से मांगा था और कहा था कि वह खुद बद्दी के एसपी की तैनाती करेंगे।
हिमाचल प्रदेश में बीते साल जनवरी महीने में आईपीएस अधिकारी इल्मा अफरोज को बद्दी का एसपी बनाया गया था. यहां पर आईपीएस अधिकारी इल्मा अफरोज शानदार काम कर रही थी. लेकिन इस दौरान उन्होंने खनन करने वाले ट्रकों के चालान काटे थे. ये ट्रक बद्दी के दून विधानसभा से कांग्रेस विधायक राम कुमार चौधरी की पत्नी के थे. इस पर एसपी और विधायक में ठन गई थी. दोनों ने एक दूसरे के कार्यक्रमों में जाने से दूरी बना ली थी. बाद में राम कुमार चौधरी ने आईपीएस अधिकारी इल्मा अफरोज पर जासूसी के आरोप लगाए थे और विधानसभा से प्रिवलेज मोशन दिलवाया था।
छुट्टी पर चली गई थी एसपी
मामले को लेकर एसपी इल्मा 6 नवंबर को शिमला गई थी और फिर यहां से एकाएक वह बद्दी लौटी और 8 नवंबर से अपना सामान समेट कर छुट्टी पर चली गई. वह 16 दिसंबर को हिमाचल लौटी तो सरकार ने उन्हें बद्दी के बजाय शिमला में डीजीपी दफ्तर में तैनाती दी. सुक्खू सरकार ने भी मामले में किरकिरी होने पर सफाई पेश की थी और कहा था कि एसपी खुद छुट्टी लेकर गई हैं. सरकार ने कहा था कि उन्हें ‘ऑउट ऑफ वे’ जाकर बद्दी का एसपी बनाया गया था. इस मामले पर विपक्षी दल के नेता जयराम ठाकुर ने भी सवाल उठाए थे।
छुट्टी पर चली गई थी एसपी
मामले को लेकर एसपी इल्मा 6 नवंबर को शिमला गई थी और फिर यहां से एकाएक वह बद्दी लौटी और 8 नवंबर से अपना सामान समेट कर छुट्टी पर चली गई. वह 16 दिसंबर को हिमाचल लौटी तो सरकार ने उन्हें बद्दी के बजाय शिमला में डीजीपी दफ्तर में तैनाती दी. सुक्खू सरकार ने भी मामले में किरकिरी होने पर सफाई पेश की थी और कहा था कि एसपी खुद छुट्टी लेकर गई हैं. सरकार ने कहा था कि उन्हें ‘ऑउट ऑफ वे’ जाकर बद्दी का एसपी बनाया गया था. इस मामले पर विपक्षी दल के नेता जयराम ठाकुर ने भी सवाल उठाए थे।