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मंडी। हिमाचल प्रदेश के इतिहास में शायद ऐसा पहली बार ही हुआ होगा, जब किसी छोटे निजी वाहन का एक लाख का चालान काटा गया हो। जी हां यह चालान मंडी जिला में भाजपा के नेता की थार गाड़ी का काटा गया है। जिस पर पीड़ित ने चालान काटने वाले एसएचओ पर आपसी रंजिश के आरोप लगाए हैं। इतना ही नहीं पीड़ित चालान को लेकर एसपी मंडी के पास पहुंच गया है।
भाजपा नेता की थी गाड़ी
बता दें कि मंडी जिला पुलिस ने बीते रोज पांच जनवरी को एक थार गाड़ी का एक लाख का चालान काटा था। यह गाड़ी भाजयुमो जिला उपाध्यक्ष की है। शिकायतकर्ता इस चालान को लेकर आज एसपी मंडी साक्षी वर्मा के पास पहुंच गया और एसएचओ पर कई गंभीर आरोप लगाते हुए शिकायत की।
बीते रोज हुआ था एक लाख का चालान
दरअसल बीते रोज मंडी पुलिस ने एक गाड़ी का 1 लाख 5500 रुपए का चालान किया था। यह चालान थार गाड़ी का काटा गया है, जिसमें 1 लाख रुपए का चालान गाड़ी के मॉडिफिकेशन को लेकर काटा गया है और 5500 रुपए का चालान पॉल्यूशन सर्टिफिकेट और गाड़ी के दस्तावेज को लेकर किया गया है।
एसएचओ ने दो घंटे मेरी गाड़ी का किया इंतजार
शिकायतकर्ता वाहन मालिक चंद्र मणी ने बताया कि एसएचओ ने आपसी रंजिश के चलते उसकी गाड़ी का चालान काटा है। चंद्र मणी ने कहा कि एसएचओ ने मेरे घर के पास दो घंटे तक मेरा इंतजार किया, और जब में गाड़ी लेकर बाहर आया तो मेरी गाड़ी का चालान का दिया। इतना ही नहीं एसएचओ ने मेरे साथ दुर्व्यवहार भी किया।
कांग्रेस नेताओं के दवाब में किया चालान
शिकायतकर्ता का आरोप है कि कांग्रेस नेताओं के दवाब में आकर एचएचओ ने मेरी गाड़ी का चालान काटा है। इतना ही नहीं पिछले दो माह में मेरे 20 करीबी लोगों की गाड़ियों के भी चालान किए गए। एचएचओ ने फोन कर गाड़ियांे को मंगवाया और फिर उनके चालान किए। जब मैंने इस पर सवाल उठाए तो एसएचओ ने मुझे हवालात में डालने की भी धमकी दी।
एसपी मंडी साक्षी वर्मा से की शिकायत
चंद्र मणी ने बताया कि मैंने अपनी गाड़ी में मात्र एलॉय व्हील ही लगाए थे। जबकि क्षेत्र में कई ऐसी गाड़ियां घूम रही हैं, जिन्होंने बहुत ज्यादा मोडिफिकेशन करवाई हुई है। लेकिन एसएचओ ने उनका चालान नहीं काटा, सिर्फ मेरी गाड़ी का एक लाख का चालान काट दिया। वहीं इस मामले में एसपी मंडी साक्षी वर्मा ने कहा कि वाहन मालिक ने अपनी समस्या बताई है।
क्या बोली एसपी मंडी
एसपी मंडी ने बताया कि संबंधित पुलिस अधिकारी से बात कर मामले की जानकारी ली जाएगी और मामले की जांच कर आगामी कार्रवाई की जाएगी। कानून के नियमों के तहत एक्शन लिया जाएगा।