न्यूज अपडेट्स
शिमला। हिमाचल की राजधानी शिमला में गरमाए संजौली मस्जिद विवाद को लेकर खूब हंगामा हुआ। पुलिस द्वारा प्रदर्शनकारियों पर किए गए लाठीचार्ज को लेकर कई सारे लोग प्रदेश सरकार के विरोध में उतर आए हैं और लोगों का कहना है की सरकार ने जानबूझकर इस मामले में पुलिस को आगे कर दिया।
घायल करने की मंशा नहीं थी
इसके बाद प्रदेश सरकार के लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह मामले पर स्पष्टीकरण देने के लिए सामने आए और प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए साफ़ किया है कि केवल भीड़ को तितर बितर करने के लिए लाठीचार्ज किया गया था। पुलिस प्रशासन ने किसी को घायल करने की मंशा से लाठीचार्ज नहीं किया था।
कोर्ट के आदेश के बाद गिरेगी मस्जिद
विक्रमादित्य सिंह ने साफ़ किया हिया कि अगर अगर नगर निगम कोर्ट मस्जिद को अवैध करार देता है, तो इसे गिराया जाएगा। बकौल विक्रमादित्य सिंह, ‘यह मामला काफी लंबे समय से पेंडिंग चल रहा है। जहां तक इसमें अवैध भवन के निर्माण की बात है, उस पर सरकार ने संज्ञान लिया है और कोर्ट का आदेश आने के बाद इसपर सख्त एक्शन लिया जाएगा।
प्रदेश में शान्ति का माहौल बना रहे
विक्रमादित्य सिंह के मुताबिक़, ‘हमें कानूनी प्रक्रिया के तहत आगे चलना चाहिए। हम चाहते हैं की प्रदेश में शान्ति का माहौल बना रहे।’ गौर रहे कि आज संजौली में मस्जिद के अवैध निर्माण के विरोध में जबरदस्त बवाल हुआ है। हिंदू सगंठनों के ऐलान पर बुलाए गए प्रदर्शन में पुलिस द्वारा दो बार लाठीचार्ज किया गया है। जिसमें कई प्रदर्शनकारी घायल भी हुए हैं।