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शिमला। हिमाचल पथ परिवहन निगम के रामपुर डिपो की रामपुर-सनेयी वाया रचोली बस रायशरन के पास दुर्घटनाग्रस्त होने से बाल-बाल बची। चालक के नियंत्रण खोने से बस सड़क से बाहर निकल गई और बस हवा में अटक गई। ऐसे में बस में सवार करीब 18 यात्रियों की सांसें अटकी रहीं। बस निकालने के लिए क्रेन मंगवाई गई है। हादसा शनिवार बाद दोपहर दो बजे करीब पेश आया। गनीमत यह रही कि बस चढ़ाई में थी। यदि उतराई में होती तो बड़ा हादसा हो सकता था।
फिलहाल तकनीकी खराबी का मामला मौके पर पहुंचे तकनीकी स्टाफ की तरफ से उजागर नहीं हुआ है। निगम के अड्डा प्रभारी स्वरूप चंद ने माना कि हादसे में चालक की लापरवाही लग रही है। यात्रियों में सोहन लाल, रेखा देवी, श्याम लाल, विजय, रितेश, भाग चंद, सरस्वती, भूपेश कुमार, सीता राम, सविता देवी सहित अन्य सवारियों ने कहा है कि चालक बस चलाते वक्त भी मुंह पर पानी के छींटे मार रहा था, जिससे जाहिर होता है कि नींद का झटका लगने से बस सड़क से बाहर हुई।
ग्रामीणों ने पंचायत उपप्रधान जीएल डमालू की अगुवाई में निगम प्रबंधन को शिकायतपत्र सौंपकर उक्त चालक के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग उठाई है और आग्रह किया है कि उक्त रूट पर नशे की हालत में बस चलाने वाले चालकों को किसी भी सूरत में न भेजा जाए। लोगों का आरोप है कि अकसर यह चालक नशे की हालत में बस चलाता है, जिसके चलते हर समय हादसे का अंदेशा रहता है। अस्वस्थ होने के चलते चालक वैसे भी बस चलाने के लिए फिट नहीं है। लोगों का कहना है कि उक्त रूट पर निगम प्रबंधन अकसर खटारा बसों को भेजता है। बस को निकालने के लिए क्रेन को लाया गया है।
तकनीकी स्टाफ और अड्डा प्रभारी को मौके पर भेजा गया है, जो रिपोर्ट पेश करेंगे। चालक के खिलाफ नशे की हालत में बस चलाने की मेडिकल रिपोर्ट ली जाएगी और तत्काल कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। -अतुल गुप्ता, क्षेत्रीय प्रबंधक, परिवहन निगम