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शिमला। घाटे के दौर से गुजर रहे एचआरटीसी ने अपनी कमाई में बढ़ोतरी के लिए कुछ बड़े प्रयास शुरू किए हैं। इसके नतीजे आने शुरू हो गए हैं, जिससे इसकी हालत में कुछ सुधार हो जाएगा ऐसी उम्मीद है। हर महीने निगम अपनी आय में बढ़ोतरी कर रही है और जुलाई महीने में भी उसकी आमदनी बढ़ी है। एचआरटीसी ने जुलाई महीने में 72.39 करोड़ की कमाई की है। वर्ष 2023 की तुलना में 58.33 करोड़ यानि 25 प्रतिशत ज्यादा कमाई हुई है।
निगम प्रबंधन ने जून महीने की तरह ही जुलाई महीने में भी अपनी कमाई का तुलनात्मक विश£ेषण कर रिपोर्ट जारी की है। जुलाई महीने में अच्छी कमाई होने से निगम प्रबंधन ने पहली तारीख को ही वेतन व पेंशन की अदायगी कर दी है, जबकि पिछले महीने पेंशन 18 तारीख के बाद जारी हो पाई थी। इस बार सरकार की तरफ से ग्रांट भी समय पर मिल गई, जिसके चलते निगम समय पर वेतन व पेंशन की अदायगी कर पाया। मासिक कमाई के जो आंकड़े एचआरटीसी ने जारी किए हैं, उसमें धर्मशाला डिवीजन ने 17.93 करोड़ की कमाई की है।
इसमें बैजनाथ 2 करोड़ 10 लाख, चंबा 3 करोड़ 67 लाख, धर्मशाला 3 करोड़ 38 लाख, जोगेंद्रनगर 1 करोड़ 26 लाख, नगरोटा बगवां 2 करोड़ 9 लाख, पालमपुर 2 करोड़ 68 लाख व पठानकोट ने 2 करोड़ 62 लाख की कमाई की है। हमीरपुर डिवीजन ने 15 करोड़ 17 लाख की कमाई की है। डिवीजन के तहत आने वाले बिलासपुर डिपो ने 2 करोड़ 74 लाख, देहरा डिपो ने 2 करोड़ 72 लाख, हमीरपुर डिपो ने 3 करोड़ 89 लाख, नालागढ़ डिपो ने 2 करोड़ 97 लाख, ऊना 2 करोड़ 84 लाख की कमाई जुलाई महीने में की है। इसी तरह से मंडी डीविजन ने 13 करोड़ 17 लाख की कमाई की है। इसमें धर्मपुर के 1 करोड़ 11 लाख, केलांग 1 करोड़ 80 लाख, कुल्लू 4 करोड़ 26 लाख, मंडी 2 करोड़ 83 लाख, सरकाघाट 1 करोड़ 2 लाख और सुंदरनगर ने 2 करोड़ 10 लाख की कमाई महीने में की है।
शिमला डिवीजन ने 26 करोड़ 21 लाख की कमाई जुलाई महीने में की है। इसके तहत तारादेवी ने 3 करोड़ 15 लाख, करसोग ने 76 लाख 85 हजार, नाहन 3 करोड़ 22 लाख, परवाणु 78 लाख 3 हजार, रामपुर 2 करोड़ 78 लाख, रिकांगपिओ 2 करोड़ 78 लाख, रोहडू 2 करोड़ 59 लाख, शिमला ग्रामीण 2 करोड़ 32 लाख, शिमला लोकल 2 करोड़ 61 लाख, सोलन 2 करोड़ 68 लाख व तारादेवी ने 2 करोड़ 49 लाख की कमाई की है। निगम के एमडी रोहन चंद ने कहा कि निगम धीरे-धीरे बेहतर स्थिति में आएगा, जिसके लिए सभी लोग मिलकर काम कर रहे हैं। आर्थिक स्थिति में सुधार के लिए बेहतर व कड़े कदम उठाने जरूरी हैं।