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ऊना। हिमाचल प्रदेश के ऊना जिला से एक शर्मसार करने वाली घटना सामने आई थी। यहां एक चाचा ने अपनी ही छह साल की भतीजी के साथ दुष्कर्म कर दिया था। मामले का पता चलने पर पीड़ित बच्ची की माता ने पुलिस थाना में आरोपी चाचा के खिलाफ मामला दर्ज करवाया और सख्त सजा की मांग की थी। आज दो साल बाद पीड़ित बच्ची को न्याय मिला है। कोर्ट ने आरोपी चाचा को सख्त सजा सुनाई है।
ऊना के अंब में हुआ था दुराचार: ऊना के उपमंडल अंब में रहने वाली महिला ने 22 जुलाई 2022 को अपनी बेटी के साथ हुए दुराचार की शिकायत दर्ज की थी। महिला ने कहा था बेटी के साथ यह शर्मनाक हरकत उसके ही देवर ने की है। महिला ने बताया कि 21 जुलाई 2022 की रात को आरोपी अपनी भाभी के कमरे से छह साल की बेटी को अपने कमरे में ले आया था। जहां उसने उसके साथ दुष्कर्म किया।
भाभी के कमरे से बच्ची को साथ ले गया था देवर: जब बच्ची रोते हुए अपनी मां के कमरे में पहुंची तो मां ने रोने का कारण पूछा। जिस पर बच्ची ने उसके साथ हुई घिनौनी घटना की जानकारी अपनी मां को दी। देवर की इस हरकत से बच्ची की मां के होश उड़ गए। जिसके बाद पीड़ित बच्ची की मां ने अपने देवर के खिलाफ पुलिस थाना में मामला दर्ज करवाया।
कोर्ट में पेश किए 10 गवाह: पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया था। वहीं केस दर्ज करने के साथ ही बच्ची का मेडिकल करवाया गया और उसके बाद चालान कोर्ट में पेश कर मामले की आगामी छानबीन शुरू की गई।
आरोपी को सुनाई 25 साल की सजा: इस मामले पर ऊना के जिला न्यायवादी एकलव्य ने बताया की इस मामले की जांच के दौरान अभियोजन पक्ष की ओर से तकरीबन 10 गवाह पेश किए गए थे, जिसके चलते 2022 से चल रहे इस केस का फैसला दो साल बाद 2024 में हुआ है।
या यूं कहें कि पीड़िता को दो साल बाद न्याय मिला है। अब जाकर विशेष न्यायाधीश ऊना नरेश ठाकुर की अदालत ने आरोपी को सजा सुनाई है। अदालत ने पोक्सो एक्ट और विभिन्न धाराओं के तहत आरोपी को 25 वर्ष कठोर कारावास और 50 हज़ार जुर्माना भरने की सजा सुनाई है।