न्यूज अपडेट्स
नेता प्रतिपक्ष एवं पूर्व सीएम जयराम ठाकुर ने कुटलैहड़ के समूर में भाजपा प्रत्याशी देवेंद्र कुमार भुट्टो की अभिनंदन रैली में कहा कि कांग्रेस पार्टी को अपना कुनबा संभालना चाहिए और भाजपा की चिंता छोड़ देनी चाहिए। जयराम ठाकुर ने कहा कांग्रेस एक डूबता जहाज है जिससे हर कोई समय रहते कूदना चाहता है। जिस तरह का घटनाक्रम हिमाचल में घटा और सतारूढ़ पार्टी के विधायक असंतोष की स्थिति में पार्टी से पलायन कर जाते हैं। जबकि निर्दलीय ने भी सरकार के प्रति असंतोष व्यक्त किया। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि यह सरकार वेंटिलेटर पर है। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव 2024 में कांग्रेस के नेता चुनाव लड़ना नहीं चाहते। जहां भाजपा प्रदेश में अपने चारों टिकटों की घोषणा कर चुकी है।
वहीं, कांग्रेस एक भी सीट पर अपना प्रत्याशी घोषित नहीं कर पाई। कांग्रेस के नेता चुनाव लड़ने से मना कर रहे हैं। कई स्थानों पर तो टिकट वापसी का दौर भी चला है। उन्होंने कहा कि जिस संगठन की प्रदेश अध्यक्ष ही चुनाव नहीं लड़ना चाहतीं, तो उससे संगठन की ताकत क्या रह गई होगी। जयराम ठाकुर ने कहा कि राज्य सरकार के छह कांग्रेस विधायकों ने भाजपा के राज्यसभा प्रत्याशी को इसलिए मतदान किया कि जो कांग्रेस प्रत्याशी थे, वह न्यायालय में श्रीराम मंदिर निर्माण के विरोध में खड़े होते थे। उन्होंने ही अदालत में यह कहा था कि श्री राम जी काल्पनिक हैं।
अयोध्या में श्रीराम का कोई जन्म नहीं हुआ था। जब वही अधिवक्ता हिमाचल राज्यसभा के कांग्रेस प्रत्याशी बने तो उन्होंने छह विधायकों की अंतरआत्मा जागी और भाजपा के पक्ष में मतदान किया। इस मौके पर विधायक सतपाल सिंह सत्ती, प्रो. राम कुमार, जिलाध्यक्ष बलबीर चौधरी, जिला पार्षद उपाध्यक्ष कृष्ण पाल शर्मा, बलराम बबलू, हर्ष कौशल, प्रधान विजय शर्मा, प्रधान महिंद्र सिंह, भाजपा नेत्री संतोष सैनी, भाजपा नेता राजेंद्र मलांगड़, विजय मलांगड़ के अलावा जिला के सभी भाजपा नेता मौजूद रहे।
बगावत पर बोले- इन मसलों को पार्टी अपने स्तर पर सुलझाने का प्रयास करेगी: टिकटों के आवंटन के बाद कई जगह भाजपा में बगावत पर पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि जब पार्टी हाईकमान की ओर से इस तरह के निर्णय लिए जाते हैं तब पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं की इस तरह के कदम उठाना भावुकता में आकर लिया गया निर्णय होता है। जल्द ही इस तरह के मसलों को पार्टी अपने स्तर पर सुलझाने का प्रयास करेगी। उन्होंने पूर्व मंत्री वीरेंद्र कंवर के कार्यक्रम में शामिल नहीं होने के सवाल के जवाब में कहा कि व्यक्तिगत कार्य के चलते स्वागत समारोह में शामिल नहीं हुए हैं । उन्होंने कहा है कि वह एक-दो दिन के भीतर कार्यक्रमों में शामिल होंगे।