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ऊना, 25 फरवरी: हिमाचल प्रदेश में ठगी और धोखाधड़ी के कई मामलों में इजाफा हो रहा है। आए दिन प्रदेश से ठगी के कई मामले सामने आ रहे हैं। ताजा मामला हिमाचल प्रदेश के जिला ऊना से सामने आया है, जहां एक निजी बैंक के प्रबंधन ने शेयरों और एफडी के नाम पर 11.55 लाख रुपए की धोखाधड़ी की है।
लगाई न्याय की गुहार: इस मामले में करीब दस पीड़ित लोगों ने पुलिस प्रशासन के समक्ष न्याय की गुहार लगाई है। उधर, शिकायत मिलते ही पुलिस ने बैंक निदेशक के खिलाफ धारा 420 और 406 आईपीसी के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
नहीं दिया गया कोई पैसा: पुलिस को शिकायत देते हुए नरिंद्र सिंह निवासी बड़सर, जिला हमीरपुर ने बताया कि चंडीगढ़-धर्मशाला सड़क मार्ग के किनारे मोहल्ला गलुआ में साल 2020 में लॉकडाउन के बाद बैंक खुला, जिसकी डायरेक्टर प्रियंका ठाकुर निवासी चुरड़ी, जिला ऊना थीं।
नरिंद्र सिंह ने बताया कि उसके समेत करीब दस लोगों ने बैंक में एफडी और शेयरों के माध्यम से पैसे दिए थे, लेकिन एफडी की अवधि पूरी होने के बाद उन्हें बैंक की ओर से कोई पैसा नहीं दिया गया।
हो गया है पूरा एक साल: नरिंद्र ने बताया कि उनकी एफडी को पूरा एक साल का समय बीत चुका है। उन्होंने बताया कि उनके पास बैंक का खाता संख्या और एफडी, शेयरों की कॉपियां भी हैं। उन्होंने बताया कि उनके और बाकि सभी के कुल 11,55,700 रुपए बैंक की ओर से देय बनते हैं।
बैंक डायरेक्टर हुई फरार: उन्होंने बताया कि बीते करीब 11 महीने से आरोपी बैंक डायरेक्टर प्रिंयका ने बैंक बंद रखा है। पहले जब उसे फोन करते थे तो वह कहती थी कि कुछ दिनों में पैसे मिल जाएंगे। हालांकि, अब उसने फोन उठाना बंद कर दिया है और कई खाताधारकों के फोन नंबर भी ब्लॉक कर दिए हैं।
किराये के कमरे में था ऑफिस: नरिंद्र ने बताया कि प्रियंका का ऑफिस ऊना सब्जी मंडी के सामने किराये की इमारत में था, जिसे वह बिना किसी नोटिस दिए बंद करके भाग गई है। उन्होंने कहा कि प्रियंका ने उनके साथ धोखाधड़ी की है और अब धमकियां देती है कि अपने जो करना है कर लो।
आरोपी से पूछताछ की जाएगी: मामले की पुष्टि करते हुए पुलिस अधीक्षक ऊना राकेश सिंह ने कहा कि मामले में सभी त्थयों को ध्यान में रखते हुए जांच आगे बढ़ाई जा रही है। जल्द पुलिस द्वारा आरोपी से पूछताछ की जाएगी।