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बिलासपुर, 09 नवंबर : कीरतपुर - नेरचौक फोरलेन बनने से यात्रियों को सुविधा मिली है उसी बीच यात्रियों की सुविधा के लिए एचआरटीसी के कई रूटों को फोरलेन सड़क मार्ग से डायवर्ट भी किया गया है लेकिन अभी तक विभाग ने किराए को कम नहीं किया है किराया उसी पुराने सड़क मार्ग के हिसाब से लिया जा रहा है।
पुराने रूट के हिसाब से लिया जा रहा किराया: आपको बता दें पहले चंडीगढ़ दिल्ली जाने वाले रूट स्वारघाट से होकर निकलते थे और अब लगभग इन सभी रूटों को फोरलेन सड़क मार्ग से डायवर्ट एचआरटीसी प्रबंधन ने किया है। यात्रियों से सफर के दौरान पुराना ही किराया वसूला जा रहा है जिससे साफ पता लगता है एचआरटीसी कानूनी तरीके से यात्रियों को लूट रहा है।
कितना होगा किराया कम: बिलासपुर से चंडीगढ़ का पुराने रूट का किराया 260 रुपए है एचआरटीसी फोरलेन से बसें भेज रहा लेकिन किराया पूरा ही लिया जा रहा है ऑनलाइन बुकिंग पोर्टल पर भी किराए को अभी तक कम नहीं किया गया है। नए फोरलेन सड़क मार्ग से बिलासपुर से चंडीगढ़ का किराया लगभग 205 रुपए बनेगा अभी तक 50 से 55 रुपए अतिरिक्त किराया यात्रियों से वसूला जा रहा है जोकि नियमों के खिलाफ है।
उपभोक्ता कोर्ट में करेंगे केस दायर: यात्री का कहना है की मैं बिलासपुर डिपो भी बस में चंडीगढ़ से बिलासपुर के लिए सफर किया उस दौरान बस तो फोरलेन सड़क मार्ग से आई लेकिन किराया पूरा लिया गया। नियम के अनुसार किराया कम लगना चाहिए था। बिलासपुर प्रबंधन यात्रियों से सरेआम लूट कर रहा है। क्षेत्रीय प्रबंधक बिलासपुर के खिलाफ कंज्यूमर कोर्ट में मामला दर्ज करवाया जाएगा।
रूट डायवर्ट करने से पहले होता है किराया तय: नियम के अनुसार जब भी किसी रूट में बदलाव किया जाता है तो किराए की दरों को किलोमीटर के हिसाब से समायोजित करना विभाग का प्राथमिक कार्य होता है लेकिन एचआरटीसी प्रबंधन की तरफ से ऐसा नहीं किया गया है।