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शिमला, 09 अक्टूबर: HRTC में यार्ड मास्टर्ज को अड्डा इंजार्ज व अन्य कार्य देने पर ड्राइवर यूनियन भडक़ गई है। ड्राइवर यूनियन के प्रांतीय प्रधान मान सिंह ठाकुर ने आरोप लगाया है कि प्रदेश के कई डिपुओं में यार्ड मास्टर को अड्डा इंजार्च, तो कहीं पर ड्यूटी लगाने का काम दिया गया है। यार्ड मास्टर अपने डेजिगनेशन से हटकर कार्य कर रहे हैं, जिसके कारण एचआरटीसी ड्राइवरों की परेशानियां बढ़ गई हैं।
मान सिंह ठाकुर का कहना है कि यार्ड मास्टर का काम वर्कशॉप में आने वाले बस की कमियों को नोट करना है। तकनीकी कर्मचारी द्वारा बस की मरम्मत करने के बाद यार्ड मास्टर दोबारा बस को देखता है कि कमियां ठीक हुई या नहीं। यार्ड मास्टर और हैड मैकेनिक से फिटनेस सर्टिफिकेट मिलने के बाद ही बस वर्कशॉप से ड्राइवर लेकर जाता है।
उन्होंने कहा कि एचआरटीसी प्रबंधन की ओर से साफ निर्देश जारी किए गए हैं कि बिना फिटनेस सर्टिफिकेट के गाड़ी वर्कशॉप से नहीं जाएगी। ऐसे में यार्ड मास्टरों को अपने पद से हटकर दूसरे पदों पर काम देने से ड्राइवरों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। समय पर बसों का फिटनेस सर्टिफिकेट जारी नहीं होता है।
कई बार बिना फिटनेस सर्टिफिकेट के ही बस वर्कशॉप से भेजी जा रही है। ऐसे में कई बार एचआरटीसी बसों का दुर्घटनाओं का शिकार भी होना पड़ता है। ऐसे में मान सिंह ठाकुर ने यार्ड मास्टरों को भी चेतावनी दी है कि वे अपने डेजिगनेशन पर काम करें। अगर यार्ड मास्टर अपने पद पर काम नहीं करते हैं, तो एचआरटीसी ड्राइवर यूनियन कड़ा संज्ञान लेगी।