बिलासपुर 28 अगस्त(अनिल कश्यप) : बिलासपुर वृत के अन्तर्गत 563 सड़कें प्रभावित हुई थी जिनमें से 558 सड़कों को खोल दिया गया है, शेष 7 सड़कों को भी जल्द खोल दिया जाएगा। यह जानकारी लोक निर्माण एवं युवा सेवाएं खेल मामले मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने आज जिला बिलासपुर में आपदा के दौरान हुए नुकसान का जायजा लेने के लिए बुलाई गई बैठक की अध्यक्षता करते हुए दी।
उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तृतीय चरण में बिलासपुर वृत के लिए 19 सड़कें स्वीकृत हुई हैं जिस पर 171 करोड़ रूपये की राशि व्यय की जाएगी। उन्होंने इसके लिए केन्द्र सरकार का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि हिमाचल को आपदा के समय में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के अन्तर्गत स्वीकृत सड़कें अत्यंत उपयोगी साबित होगी जिसे युद्व स्तर पर कार्य कर पूरा किया जाएगा। उन्होंने बताया कि नाबार्ड के अन्तर्गत 31 विभिन्न कार्यों को क्रियान्वित किया जा रहा है जिस पर 190 करोड़ रूपये की राशि व्यय की जाएगी।
उन्होंने कहा कि जो प्रभावित परिवार भूमिहीन हो गए हैं उनके लिए भूमि व्यवस्था तथा जिनके पक्के मकान काफी प्रभावित हुए उनके लिए अतिरिक्त बजट उपलब्ध करवाने के लिए मुख्यमंत्री से चर्चा की जाएगी। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण द्वारा फोरलेन के निर्माण के कारण जिला की विभिन्न प्रभावित सड़कों को ठीक करने के लिए गम्भीरता के साथ प्राधिकरण अधिकारियों के साथ साथ केन्द्रीय मंत्री से भी चर्चा कर जल्द समाधान किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस संबंध में गुणवत्तापूर्ण कार्यपूर्ति के लिए केन्द्रीय स्तर पर चर्चा की जाएगी। उन्होंने कहा बागछाल पुल जल्द बनकर तैयार होगा जो हजारे विभाग की अहुत बड़ी उपलब्धि है। नंद नग्रांव, रीह रडोह पुल का कार्य भी प्रगति पर है जिसे जल्द पूर्ण कर लिया जाएगा।
उन्होंने बताया कि जिला बिलासपुर में भारी बरसात के कारण अभी तक 213 करोड़ 32 लाख रूपये के नुकसान का आंकलन किया गया है। लोक निर्माण विभाग के अन्तर्गत 442 सड़कें 66 करोड़ 32 लाख रूपये की राशि, जल शक्ति विभाग के अन्तर्गत 178 योजनाएं 69 करोड़ 74 लाख रूपये, कृषि विभाग के अन्तर्गत 24 करोड़ 12 लाख, नगर निगम के अन्तर्गत 8 करोड़ 17 लाख, शिक्षा विभाग में 3 करोड़ 22 लाख, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग 2 करोड़ 74 लाख, उद्यान विभाग में 1 करोड़ 41 लाख रूपये के नुकसान का आंकलन किया गया है।
उन्होंने बताया कि जिला में कुल 15 लोगों की आपदा के दौरान मौतें हुई हैं। 27 पक्के मकान पूरी तरह तथा 664 पक्के मकान आंशिक रूप से, 250 कच्चे मकान आंशिक रूप से तथा 33 मकान पूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त हुए हैं। 125 रसोई घर, 21 शौचालय, तथा 646 पशुशालाएं भी प्रभावित हुई हैं। तुरन्त सहायता राशि के तौर पर 1 करोड़ रूपये की राशि व 1102 तरपालें प्रभावितों को प्रदान की गई है। मनरेगा के अन्तर्गत 3208 विभिन्न कुल कार्यों के क्रियान्वयन के लिए 37 करोड़ 79 लाख 76 हजार रूपये की राशि स्वीकृत की गई है जिसके तहत 152 सड़कें 38 भूमि विकास के कार्य 2650 ड़गे जो (केवल एक लाख रूपये की लागत) 32 शौचालयों, 279 पशुशालाओं तथा 57 अन्य कार्यों को किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि प्रभावितों के मामले निरंतर प्राप्त हो रहे हैं उन्हें भी समुचित व्यवस्था के अन्तर्गत सहायता राशि प्रदान की जाएगी। उन्होंने बताया कि जिला के विभिन्न क्षेत्रों में 24 पुर्नवास व सहायता शिविरों 458 लोगों को सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं।
उन्होंने कहा कि खेल गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए खेलो इंण्डिया के माध्यम से अधोसंरचना को और अधिक विकसित किया जाएगा ताकि बिलासपुर क्षेत्र को आदर्श खेल केन्द्र के रूप में विकसित किया जा सके। विभागीय आधार पर भी समन्वय स्थापित कर विभिन्न खेलों के कोचों की उपलब्धता आदि को बेहतर रूप प्रदान करने के लिए हर संभव कार्य किया जाएगा।
बैठक में उपायुक्त आबिद हुसैन सादिक ने बैठक का संचालन किया तथा बारिश से हुए नुकसान व आंकलन के प्रति अवगत करवाया। पुलिस अधीक्षक गोकुल कार्तिकेयन चंद्रण, पूर्व मंत्री राम लाल ठाकुर, पूर्व विधायक बम्बर ठाकुर, तिलक राज शर्मा, बाबू राम गौतम, महा सचिव विवेक, जिला अध्यक्ष अंजना धीमान, जिला परिषद सदस्य गौरव शर्मा सहित विभिन्न विभागों के शीर्ष अधिकारी बैठक में मौजूद रहे।