ज्वाली, 24 जून : ज्वाली विधानसभा के अंतर्गत आती नियाँगल पंचायत में वन विभाग (Forest Department) और ठेकेदार की मिलिभगत का कारनामा सामने आया है। यहां जनता के पैसे का दुरुपयोग (Misuse Of Public Money) अपने रिश्तेदारों को फायदा पहुंचाने के लिए किया गया।
सूत्रों के मुताबिक, हैरान करने वाली बात यह है कि जब वन विभाग के अधिकारियों से इस जगह से सड़क निकालने के लिए फॉरेस्ट क्लियरेंस के कागजात मांगे गए तो अधिकारी आनाकानी करते नजर आए और कहने लगे की किसी बड़े मंत्री के निर्देश पर यह सड़क निकाली गई है।
यह कौन बड़ा मंत्री है जिसके कहने से यह बिना औपचारिकताएं पूरी करके नियमों को ताक पर रखकर सड़क निकाली गई। इस मामले से यह साफ नजर आ रहा है अधिकारी और ठेकेदार को कानून का डर ही नहीं रहा है। अपने कुछ निजी फायदों के लिए जंगलों की हत्या करना कहां तक जायज है?