शिमला/कांगड़ा- 24 मई - हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बने करीब 5 महीने का वक्त हो चुका है। इस बार के चुनावों में प्रदेश की जनता ने कांग्रेस को पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनाने का मौका दिया था। मगर इसके बावजूद सूबे के प्रमुख विपक्षी दल यानी भारतीय जनता पार्टी से जुड़े कई सारे नेता-विधायक समय-समय पर प्रदेश ऑपरेशन लोटस के होने का दावा करते हुए सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू की सरकार को कमजोर ठहराते रहते हैं।
विक्रमादित्य सिंह ने खुद लगाया अटकलों पर विराम
इस सब के बीच सूबे के राजनीतिक गलियारों में इस बात पर भी चर्चा होती रहती है कि प्रदेश के सबसे प्रमुख राजनीतिक परिवार के इकलौते चिराग और वर्तमान सरकार लोक निर्माण विभाग एवं युवा सेवाएं खेल मंत्री के दायित्व का निर्वहन कर रहे कांग्रेस नेता विक्रमादित्य सिंह अपने गुट के विधायकों के साथ बीजेपी जॉइन कर सकते हैं। मगर अब विक्रमादित्य सिंह ने खुद से ही इन तमाम अटकलों पर विराम लगा दिया है।
यहां पढ़ें भाजपा में जाने की बात पर विक्रमादित्य सिंह ने क्या कहा
दरअसल, अपने धर्मशाला दौरे के दौरान एक प्रमुख मीडिया संस्थान से बातचीत के दौरान विक्रमादित्य सिंह ने साफ़ कर दिया है कि वो भाजपा में शामिल नहीं होंगे। क्या आपका परिवार कभी भविष्य में भाजपा में शामिल होगा इस बात का जवाब देते हुए विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि मेरे और मेरे परिवार के नैतिक मूल्य हैं। भाजपा के साथ हमारी विचारधारा मेल नहीं खाती है। भाजपा में जाने की बातें निराधार हैं।
प्रतिभा सिंह को प्रदेशाध्यक्ष के पद से हटाए जाने की बात का भी जवाब दिया
इसके अलावा प्रतिभा सिंह को कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष के पद से हटाए जाने को लेकर चल रही बातों का भी जवाब विक्रमादित्य सिंह ने अपनी इस बातचीत के दौरान दिया। उन्होंने स्पष्ट किया कि हाईकमान के निर्देशों पर प्रदेशाध्यक्ष की नियुक्ति की जाती है और प्रतिभा सिंह के प्रदेशाध्यक्ष रहते दौरान हिमाचल में कांग्रेस को बड़ी जीत मिली है। ऐसे में इनाम दिया जा सकता है। मगर पद से हटाने का सवाल ही नहीं पैदा होता।