हिमाचल के कांगड़ा जिला में शराब ठेके के विरोध में नारी शक्ति सड़क पर उतर आई। आलम यह रहा कि सुबह से ठेके का विरोध उतरी यह महिलाएं देर रात तक मौके पर डटी रहीं। इस दौरान जो भी शराब खरीदने आया उसे इन महिलाओं ने खाली हाथ वापस लौटा दिया। वहीं सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचे पुलिस के जवान भी सुबह से देर रात तक वहीं पर तैनात रहे। मामला हिमाचल के कांगड़ा जिला के पुलिस थाना भवारना के तहत बोदा पंचायत से सामने आया है। बोदा पंचायत में शराब का ठेका खोलने का महिलाओं ने कड़ा विरोध किया।
हालांकि मौके पर पहुंची भवारना पुलिस ने इन महिलाओं को लाख समझाया, लेकिन यह महिलाएं अपनी जगह से नहीं हिलीं। सुबह से चल रहा विरोध देर रात तक जारी रहा। इस दौरान पुलिस के दो जवान ठेके के बाहर तैनात रहे ताकि कोई अनहोनी ना हो।
गांव के बाहर ठेका खोलने की उठाई मांग
बताया जा रहा है कि बोदा पंचायत में लंबे समय से शराब का ठेका चल रहा है। यह शराब का ठेका पंचायत के एक छोर पर खोला गया है। इस बार यह ठेका नए ठेकेदार ने लिया और उसे गांव के बीचों बीच खोलने के लिए दुकान किराये पर ली। जिसका लोगों ने विरोध किया। लोगों का कहना है कि यह ठेका आबादी से दूर गांव के एक छोर पर खोला जाए।
जो शराब खरीदेगा, उसी के घर में खोला जाएगा ठेका
इन महिलाओं ने जब ठेके पर काम करने वाले लोगों को इस बारे में बताया तो इन कारिंदों ने महिलाओं के साथ बदतमीजी कर दी। जिससे गांव के अन्य लोग भी भड़क गए। जिसके बाद यह महिलाएं ठेके के बाहर ही धरने पर बैठ गई और उन्होंने यहां से किसी को भी शराब नहीं खरीदने दी। महिलाओं ने कहा कि बोदा गांव का जो भी व्यक्ति शराब लेने आएगाए ठेका भी उसी के घर में शिफ्ट कर दिया जाएगा।
तहसीलदार के माध्यम से भेजा ज्ञापन
महिलाओं के बढ़ते विरोध को देखते हुए तहसीलदार अनिल कुमार खुद मौके पर पहुंचे। इस दौरान महिलाओं ने तहसीलदार के माध्यम से पंचायत प्रधान, उपप्रधान और ग्रामीणों ने एसडीएम को ज्ञापन भेजा, जिसमें ठेके को आबादी से दूर खोलने की बात कही गई है।
इस दौरान पुलिस ने अपने दो जवानों को भी ठेके के बाहर तैनात कर दिया, ताकि कोई अप्रिय घटना न हो। वहीं एसएचओ भवारना केहर सिंह ने बताया कि ग्रामीणों और महिलाओं का ठेके की दुकान को लेकर केवल स्थान का विरोध है।