शिमला, 24 अप्रैल - हिमाचल में विधानसभा चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस ने लोगों से सत्ता में आने पर प्रतिवर्ष एक लाख नौकरयिां देने का वादा किया था। लेकिन सत्ता में आए चार माह से भी ज्यादा समय हो चुका है, लेकिन अभी तक प्रदेश की कांग्रेस सरकार मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की अध्यक्षता में केवल कैबिनेट सब कमेटी ही बना पाई है।
कैबिनेट सब कमेटी अब तक कई बार कर चुकी है बैठकें
यह कैबिनेट सब कमेटी अब तक कई बैठकें कर चुकी है, लेकिन नतीजा जीरो ही निकला है। उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान की अध्यक्षता में बनाई गई कैबिनेट सब कमेटी की आज भी एक बैठक हुई, जिसमें प्रदेश के विभिन्न विभागों में खाली चल रहे पदों को भरने पर चर्चा की गई। आज की बैठक में उद्योग मंत्री हर्षवर्द्धन चौहान की अध्यक्षता में मंत्री जगत सिंह नेगी और रोहित ठाकुर ने रोजगार के अवसर तैयार करने के लिए मंथन किया।
हिमाचल में 3 लाख सरकारी पदों में 70 हजार खाली
बता दें कि हिमाचल में तीन लाख स्वीकृत पद हैं। जिसमें से 2.30 लाख पदों पर ही लोग नियुक्त किए गए हैं। जबकि हिमाचल में 70 हजार के करीब पद खाली चल रहे हैं। प्रदेश में इतने सारे पद खाली होने से सभी विभागों का कार्य कछुआ चाल से चलना संभव है। वहीं सबसे अधिक पद को शिक्षा विभाग में खाली चल रहे हैं।
स्कूलों में बच्चों की पढ़ाई पर पड़ रहा असर
शिक्षा विभाग में करीब 20 हजार पद खाली हैं। यानी की प्रदेश के स्कूलों में 20 हजार शिक्षक नहीं हैं। जिससे आम सहज ही यह अंदाजा लगा सकते हैं कि स्कूलों में बच्चों की पढ़ाई पर इसका कैसा असर पड़ रहा होगा। शिक्षा विभाग में यह पद कब भरे जाएंगे। इसको लेकर भी अभी तक सुक्खू की सरकार कोई निर्णय नहीं ले पाई है।
शिक्षा विभाग में 20 हजार खाली पदों को पहले भरेगी सरकार
हालांकि कैबिनेट सब कमेटी में यह बात जरूर रखी गई है कि शिक्षा विभाग में खाली 20 हजार पदों को सबसे पहले भरा जाएगा। शिक्षा विभाग में दूरदराज और दुर्गम क्षेत्रों के स्कूलों में रिक्त पदों को पहले चरण में भरा जाएगा। लेकिन कब इसका कोई अता पता नहीं है। उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने कल फिर से कैबिनेट सब कमेटी की बैठक बुलाई है। जिसमें शिक्षा सचिव और विधि सचिव को भी बुलाया गया है। अब देखना यह है कि सुक्खू सरकार लोगों से किए वादे को कैसे पूरा करती है और कब करती है।