बिलासपुर, 31 मार्च -कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता तथा पूर्व मंत्री रामलाल ठाकुर ने बिलासपुर जिले के माइनिंग प्रोजेक्ट से प्राप्त धनराशि के मनमर्जी से उपयोग किए जाने पर जांच की मांग की है। उन्होंने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि सूचना यह है कि यह राशि संबंधित गांवों पर व्यय नहीं की जा रही। उन्होंने कहा कि इस दुरुपयोग के विषय को वह आंकड़ों सहित मुख्यमंत्री के समक्ष रखेंगे और यह सुनिश्चित करेंगे कि इस मामले में प्रभावित गांव के लोगों के साथ अन्याय ना हो।
उन्होंने बताया कि स्थानीय लोगों को ही इस खनन राशि का लाभ देने के लिए किया गया संशोधन इसलिए किया गया था ताकि स्थानीय लोगों को खनन के कारण होने वाले स्वास्थ्य संबंधी व अन्य कठिनाइयों के निराकरण के लिए मुआवजे के रूप में धन राशि प्राप्त हो सके । उन्होने कहा कि यह राशि उस क्षेत्र के स्वास्थ्य संस्थानों , सड़कों , स्कूलों , पशु औषधालयों आदि विकास कार्यों व आपदाओं आदि पर व्यय की जानी प्रस्तावित थी।
रामलाल ठाकुर का आरोप था कि पिछले वर्ष बरमाना ए सी सी और अल्ट्रा सीमेंट खनन क्षेत्र आदि के बदले में बिलासपुर के जिलाधीश को 3 करोड़ रुपए की राशि प्राप्त हुई थी जिसे उन्होने जिला के 44 कथित विकास योजनाओं पर व्यय करने की बात कही थी। लेकिन वास्तविकता यह है कि इस राशि का अधिकांशतया नियम-कानून का उल्लंघन करके चुनाव के समय कथित दुरुपयोग किया गया है और स्थानीय लोगों से अन्याय किया गया , जिस पर अंकुश लगाया जाना अत्यंत आवश्यक है।.
ठाकुर ने कहा कि कानून के अनुसार इस राशि के सदुपयोग के लिए संबन्धित जिलाधीश की अध्यक्षता में एक 17 सदस्य समिति का निर्माण होता है जो खनन से प्राप्त राशि को खनन क्षेत्र की 3 किलो मीटर आकाशीय और 10 किलोमीटर सड़क दूरी में आने वाले सभी गांवों के विकास पर ही व्यय की जा सकती है ।
उनका कहना था कि किन्तु अधिकांशतया यह पाया गया है कि इस राशि का अन्यत्र स्थानों व कार्यों पर दुरुपयोग किया जाना आम बात बन गई है जिस कारण खनन से कुप्रभावित हो रहे हजारों लोगों को तो इस खनन राशि का कोई लाभ नहीं मिल रहा। बल्कि अपने राजनैतिक प्रभाव का दुरुपयोग करके अन्य लोग इस खनन राशि का लाभ उठा रहे हैं । पत्रकार वार्ता में कांग्रेस पार्टी के संसदीय क्षेत्र हमीरपुर के प्रवक्ता संदीप संख्यान भी उपस्थित रहे।