![]() |
Anil Kashyap: Photo |
बिलासपुर, 19 फरवरी - हिमाचल पथ परिवहन निगम को वर्तमान समय में लगभग 1350 करोड़ रुपए का घाटा है। इस घाटे से उभरने के लिए सरकार भी लगातार प्रयासरत है। एचआरटीसी (HRTC) अब इलेक्ट्रिक वाहन नीति को ओर कदम बढ़ा रही है। जिसमें पुरानी बसों को इलेक्ट्रिक बसों(Electric Buses) में बदला जा रहा है। कहीं न नहीं निजी वोल्वो(Private Volvo) एचआरटीसी की आय को बड़े स्तर पर चपत लगा रही है। जिसके लिए सरकार(Govt) को समय रहते नीतियों के साथ काम करने की आवश्यकता है।
युवा कांग्रेस (बिलासपुर) महासचिव और Salisa Foundation के निर्देशक अनिल कश्यप का मानना है की निजी वोल्वो प्रत्येक बुकिंग पोर्टल्स(Booking Portals) पर स्टेज कैरेज में रजिस्टर है क्योंकि इनमें प्रत्येक स्टेज बुकिंग के दौरान दर्ज की जा सकती है और इन्हें स्टेज कैरेज की तरह प्रयोग किया जा रहा है जबकि इनका कॉन्ट्रैक्ट कैरेज परमिट(Contract Carriage Permit) होता है जिसका मतलब यह है की यह बीच रास्ते में कहीं भी सवारी नहीं उठा सकते है यह नियमों का उलंघन सरेआम करते है। कहीं न कहीं एचआरटीसी को बड़े स्तर पर घाटे का समाना करना पड़ रहा है।
उन्होंने कहा की बुकिंग पोर्टल ऑपरेटर्स(Booking Portal Operators) को सरकार पत्र लिखे उस पत्र में इनके अधिकारियों से जवाब तलब करें की जब यह बसें कॉन्टैक्ट कैरेज परमिट पर है तो बुकिंग पोर्टल्स पर यह स्टेज कैरेज(Stage Carriage) पर किस आधार पर रजिस्टर है। यदि इनके द्वारा दिया गया जवाब संतोषजनक नहीं पाया जाता है तो नियमों के अनुसार सरकार इनके ऊपर कार्यवाही करें।