पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने द्रंग में भाजपा कार्यकर्ताओं की बैठक में तंज कसते हुए कहा कि प्रतिभा सिंह कह रही थीं कि कौल सिंह अगर जीते होते तो मुख्यमंत्री सुक्खू नहीं कौल सिंह होते। उन्होंने कहा कि कौल सिंह तो मुख्यमंत्री होते पर क्या प्रतिभा उन्हें मुख्यमंत्री बनने देतीं।
जयराम ने लोक निर्माण विभाग के मंत्री विक्रमादित्य सिंह पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि पहले अपने विभाग की जानकारी ले लेनी चाहिए। यह विभाग विक्रमादित्य के पिताजी वीरभद्र सिंह के पास भी था। मगर उनके कार्यकाल में भी मात्र ढाई हजार किलोमीटर सड़कें बनी थीं।
मगर उनके कार्यकाल में हिमाचल के इतिहास में सबसे अधिक पांच हजार किलोमीटर सड़कों का निर्माण हुआ है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय महत्व के कार्यक्रमों में भी मंत्री राजनीतिक भाषण देते नजर आए। गणतंत्र दिवस एवं स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर मुख्य अतिथियों को एक दिन पहले उस स्थान पर पहुंचना पड़ता है, जहां उनकी डयूटी लगी होती है। मगर एक मंत्री रास्ते में ही रुक गए और डीसी को झंडा फहराने को कह दिया। जब ध्वजारोहण के बाद डीसी का भाषण हो गया तो मंत्री वहां पहुंच गए और बोले मैं भी भाषण दूंगा और राजनीतिक भाषण दे डाला।
एसपीयू को बंद करने की तैयारी में कांग्रेस
जयराम ने कहा कि कौल सिंह कहते थे कि मंडी का मुख्यमंत्री है लेकिन मंडी में विकास नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि मंडी में डेढ़ सौ करोड़ के शिवधाम का कार्य शुरू हुआ, उसे अब बंद करवा दिया गया है। प्रदेश की दूसरी यूनिवर्सिटी (एसपीयू) खुली है, उसे बंद करने की तैयारियां चल रही हैं। मंडी काॅलेज भवन का कार्य अधूरा पड़ा हुआ है। मंडी जिला के सभी विधानसभा क्षेत्रों का समान विकास हुआ है। तभी हम द्रंग समेत नौ सीटों पर जीते हैं।
चेले से हारे कौल
कौल सिंह कहते थे, मैं सबसे अनुभवी हूं लेकिन उनके चेले ने ही उन्हें हरा दिया। उन्होंने कहा कि अगर मंडी की अनदेखी की गई तो यह कांग्रेस सरकार पर भारी पड़ेगी। उन्होंने कहा कि आने वाले लोकसभा चुनाव में भाजपा चारों सीटों पर जीत दर्ज करेगी।