हिमाचल प्रदेश की चौदहवीं विधानसभा का शीत सत्र बुधवार से धर्मशाला के तपोवन में शुरू होने जा रहा है। यह सत्र तीन दिन का होगा। इस संक्षिप्त सत्र में दो दिन हंगामा होने के आसार हैं।
मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू सरकार का यह पहला सत्र होगा। पहले दिन विधायकों को प्रोटेम स्पीकर चंद्र कुमार शपथ दिलाएंगे। 5 जनवरी को पहले विधानसभा अध्यक्ष का चयन होगा। इसके बाद राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर का अभिभाषण होगा, जिस पर विधायक चर्चा करेंगे।
विधानसभा सचिव की ओर से जारी अस्थायी सूची के अनुसार 6 जनवरी को पहले शासकीय और विधायी कार्य होंगे। उसके बाद राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव का प्रस्तुतीकरण, चर्चा और पारण होगा। प्रदेश के इतिहास में ऐसा पहली बार होगा कि बगैर कैबिनेट के विस सत्र चलेगा। मुख्यमंत्री के साथ सदन में उप मुख्यमंत्री भी बैठेंगे।
दूसरे दिन अभिभाषण पर गरमा सकता है सदन
सत्र के दूसरे दिन राज्यपाल के अभिभाषण के दौरान और इसके बाद विधानसभा का शीत सत्र तपोवन को गरमा सकता है। विपक्ष में बैठी भाजपा राज्यपाल के अभिभाषण के दौरान गतिरोध पैदा कर सकती है। प्रदेश में सैकड़ों संस्थानों को डिनोटिफाई करने, सीमेंट उद्योगों के बंद होने, कैबिनेट गठन न कर पाने, ओपीएस पर जनता से किया वादा दस दिन में पूरा नहीं करने जैसे मुद्दों पर विपक्ष सत्ता पक्ष को निशाने पर ले सकता है।