मंडी: हिमाचल के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ कि किसी सरकार के गठन के बाद महज 11 दिन में ही उसके फैसलों के विरोध में विरोधी दल के लोग सड़क पर आ गए हैं। प्रदेश की सुक्खू सरकार का अभी पूरी तरह से गठन भी नहीं हुआ है। 11 दिसंबर को मुख्यमंत्री व उपमुख्यमंत्री ने शपथ ली थी जबकि मंत्रीमंडल के अन्य सदस्यों का अभी चयन नहीं हुआ है। अभी तो नवनिर्वाचित विधायकों ने शपथ भी नहीं ली है।
मुख्यमंत्री व उपमुख्यमंत्री को शपथ लिए हुए अभी 11 ही दिन हुए हैं मगर प्रमुख विपक्षी दल सरकार द्वारा धड़ाधड़ जयराम ठाकुर सरकार द्वारा खोले गए कार्यालयों को बंद करने के खिलाफ न केवल उग्र हुआ है बल्कि अब तो सड़कों पर आ गया है।
वीरवार को मंडी जिले के सराज जो पूर्व मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर का गृह क्षेत्र है तथा बल्ह समेत कई जगहों पर भाजपा कार्यकर्ता सड़कों पर आ गए तथा सुक्खू सरकार के इन निर्णयों पर कड़ा विरोध जताते हुए विरोध प्रदर्शन किया। सराज के थुनाग में सैंकड़ों भाजपा कार्यकर्ताओं ने सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी करते हुए जुलूस निकाला व स्थानीय एसडीएम के माध्यम से एक ज्ञापन भी सरकार को भेजा ।
इस ज्ञापन में सरकार को चेताया गया कि जनहित में खोले गए कार्यालयों को बंद करने का निर्णय वापस लेकर इन्हें बहाल किया जाए। ज्ञापन में प्रमुख तौर पर लोक निर्माण, वन्य प्राणी, जल शक्ति, स्वास्थ्य, राजस्व, कृषि, बागवानी व शिक्षा विभाग से जुड़े कार्यालयों का जिक्र किया गया है जिन्हें सरकार ने डिनोटिफाइड कर दिया है।
प्रदर्शनकारियों ने अपने ज्ञापन में यह भी चेतावनी सरकार को दी है कि यदि इन कार्यालयों को बहाल नहीं किया गया तो आने वाले दिनों में और अधिक उग्र प्रदर्शन किया जाएगा।