चुनाव आयोग हिमाचल प्रदेश विधानसभा के चुनाव नतीजे जानने के लिए किसी भी मतगणना केंद्र के बाहर स्क्रीन नहीं लगाएगा। मतगणना केंद्रों के बाहर लगने वाली भीड़ को कम करने के लिए चुनाव आयोग ने यह कदम उठाया है। चुनाव लड़ रहे प्रत्याशियों के चुनाव नतीजे जानने के लिए लोगों को चुनाव आयोग के मोबाइल एप और पोर्टल की मदद लेनी पड़ेगी।
मतगणना 8 नवंबर की सुबह 8:00 आरंभ कर दी जाएगी और रुझान सुबह 11:00 बजे आने शुरू हो जाएंगे। इस बार चुनाव नतीजे जानने के लिए वोटरों को वोटर हेल्पलाइन एप से मदद लेनी पड़े़गी और पल-पल के नतीजे मिलते रहेंगे। रिजल्ट ईसीआई.जीओवी.इन में देखे जा सकते हैं। निर्वाचन आयोग की वोटर टर्न आउट एप पर भी जिलों के सभी विधानसभा क्षेत्रों के नतीजे देखे जा सकते हैं। राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी मनीष गर्ग ने कहा कि चुनाव नतीजों के लिए मतगणना केंद्र के बाहर चुनाव आयोग कोई स्क्रीन नहीं लगाएगा। चुनाव नतीजे आयोग के पोर्टल से जान सकेंगे।
प्रत्येक मतगणना केंद्र में पचास अधिकारी और कर्मचारी रहेंगे तैनात
प्रत्येक मतगणना कें द्र में पचास अधिकारी और कर्मचारी तैनात रहेंगे। एक मतगणना केंद्र में 10 से 15 मतगणना टेबल लगाए जाएंगे। एक मतगणना टेबल में मतगणना सुपरवाइजर और एक सहायक की तैनाती रहेगी। इनके अलावा मौके पर प्रत्याशियों के अधिकृत एजेंट भी मौजूद रहेंगे। नतीजे घोषित होने के बाद रिटर्निंग आफिसर प्रत्याशियों के एजेंटों के हस्ताक्षर भी कराएंगे, ताकि किसी भी विवाद से बचा जा सके। जिला चुनाव अधिकारी मतगणना कें द्रों में स्टैंड वाई स्टाफ भी चुनाव ड्यूटी में रखेंगे।
मतगणना के समय पांच ईवीएम की वीवीपैट जांचेंगे
प्रत्येक केंद्र में मतगणना के समय पांच ईवीएम की वीवीपैट पर्चियों की जांच होगी। इस दौरान चुनाव अधिकारी और संबंधित क्षेत्र का चुनाव पर्यवेक्षक मौजूद रहेगा। ये पर्यवेक्षक वीवीपैट की पर्चियों की जांच के लिए मशीनों का रेंडम चयन करेंगे।
पहले चरण का प्रशिक्षण 2 और 3 दिसंबर को देंगे
मतगणना केंद्र में चुनाव ड्यूटी में तैनात अधिकारियों और कर्मचारियों को 2 और 3 दिसंबर को पहले चरण का प्रशिक्षण मिलेगा। इसके बाद मतगणना से एक दिन पहले यानी 7 दिसंबर को मतगणना की बारीकियां बताई जाएंगी। यह भी बताया जाएगा कि मतगणना प्रक्रि या पूरी करते समय क्या किया जाना जरूरी है।