वहीं उक्त महिला ने पुलिस थाना अंब में भी इस बारे में शिकायत की है। यह महिला गांव खैरी की रहने वाली है।उसने बताया कि उसकी बेटी अंशिका मानसिक रूप से विकलांग है। उसका 70 फीसदी शारीरिक अपंगता प्रमाणपत्र सीएमओ कार्यालय नाहन की ओर से बनाया गया है। अंशिका का दाखिला स्पैशल स्कूल नाहन में करवाया गया है। वह रोजाना अपनी बेटी को स्कूल छोड़ने काला अंब से नाहन जाती है। वह अंब से नाहन तक एचआरटीसी बस में सफर कर रही थी।
उस दौरान इंस्पेक्टर ने उसके प्रमाणपत्र को फर्जी बताकर टिकट काट दिया और दुर्व्यवहार भी किया, साथ ही परिचालक को अनीता देवी और दिव्यांग बेटी अंशिका का बस टिकट काटने के लिए आदेश दिए। निरीक्षक के आदेश के बाद परिचालक ने अनीता देवी का 25 रुपए और दिव्यांग अंशिका का 24 रुपए का टिकट काट दिया। उन्होंने पेमेंट परिचालक को कर दी थी।
महिला ने कहा कि एचआरटीसी निरीक्षक के दुर्व्यवहार करने के कारण उसको मानसिक परेशानी का सामना करना पड़ा। काला अंब में बस से उतरने के दौरान भी निरीक्षक द्वारा उसके साथ दुर्व्यवहार किया गया। अनीता देवी ने इस मामले में निरीक्षक पर कार्रवाई की मांग की है।