हिमाचल प्रदेश पथ परिवहन निगम (एचआरटीसी) में चालकों के 250 पद भरे जाएंगे। धर्मशाला में एचआरटीसी निदेशक मंडल की बैठक (बीओडी) में पदों को भरने की मंजूरी दी गई। परिवहन मंत्री बिक्रम ठाकुर ने बैठक की अध्यक्षता की।
इसके बाद प्रेस वार्ता में मंत्री ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2021-22 तक एचआरटीसी 1,300 करोड़ के घाटे में है। बीते वित्तीय वर्ष में 133 करोड़ का घाटा हुआ है। इससे कर्मचारियों को संशोधित वेतनमान देने में देरी हो रही है। शीघ्र संशोधित वेतनमान कर्मचारियों को दिया जाएगा। हालांकि, संशोधित वेतनमान देने से सरकार पर अतिरिक्त बोझ बढ़ेगा।
मंत्री ने कहा कि हिमाचल में एचआरटीसी के बेड़े में इलेक्ट्रिक बसें शामिल की जाएंगी। एचआरटीसी के बेड़े में 206 बसें पहले शामिल की गई थीं। अब 350 नई बसें शामिल की गई हैं। कहा कि ग्रामीण रूटों पर एचआरटीसी बसें लोगों को बेहतर सुविधाएं दे रही हैं। बसों में सेफगार्ड ट्रैकिंग सिस्टम भी स्थापित किया गया है। इस दौरान निदेशक उद्योग विभाग राकेश प्रजापति, प्रबंध निदेशक एचआरटीसी संदीप कुमार सहित जीआईसी के उपाध्यक्ष राम कुमार, एचआरटीसी के उपाध्यक्ष विजय अग्निहोत्री सहित विभिन्न अधिकारी भी उपस्थित रहे।
प्रदेश में एचआरटीसी की संपत्तियों की होगी बाड़बंदी
परिवहन मंत्री ने कहा कि प्रदेश में एचआरटीसी की जितनी भी जमीनी संपत्तियां हैं, उनकी नए सिरे से राजस्व विभाग से निशानदेही करवाई जाएगी। इसके बाद एचआरटीसी अपनी संपत्ति की बाड़बंदी करवाएगा, जिससे अवैध अतिक्रमण को रोका जा सकेगा।
पद खाली होने के साथ करते जाएंगे पीसमील वर्करों की भर्ती
बिक्रम ठाकुर ने बताया कि अब तक 754 पीस मील वर्करों को अनुबंध पर लाया गया है। शेष बचे पीस मील वर्करों की स्क्रीनिंग होने के साथ एचआरटीसी में जैसे-जैसे पद रिक्त होते जाएंगे, उन रिक्त पदों पर शेष बचे पीस मील वर्करों के पदों को भर दिया जाएगा।