सीएम ने कहा कि सरकार कर्मचारियों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है। यह सुनिश्चित किया है कि कर्मचारियों को उनका बकाया समय पर दिया जाए। प्रदेश पर्यटन विकास निगम ने इस वर्ष अप्रैल से जुलाई माह के दौरान 45.91 करोड़ की आय और लगभग 11.79 करोड़ का शुद्ध लाभ अर्जित किया है।
निगम को हाउस मैन, यूटिलिटी वर्कर, सुरक्षा गार्ड, चौकीदार, विशेषज्ञ रसोइया, इलेक्ट्रीशियन, प्लंबर, बढ़ई, राजमिस्त्री, माली और बेलदार आदि की श्रेणियों में आवश्यकता आधारित श्रम शक्ति को काम पर रखने के लिए अधिकृत किया जाएगा। इससे पर्यटन इकाइयों में ग्राहकों को बेहतर सेवाएं मिलेंगी। उन्होंने निगम के कर्मचारियों को प्रशिक्षण, पुनश्चर्या पाठ्यक्रम आदि के माध्यम से प्रेरित कर कार्य संस्कृति में बदलाव लाने की आवश्यकता पर बल दिया।
कर्मचारियों को खाद्य उत्पादन और सेवा आदि में निपुणता लाने के लिए इन हाउस प्रशिक्षण और रिफ्रेशर कोर्स करवाए जाएं। कहा कि पर्यटन विकास निगम के उपक्रमों के प्रचार के लिए वेबसाइट और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्म के माध्यम से प्रभावी अभियान चलाया जाए। बैठक में मुख्य सचिव आरडी धीमान, अतिरिक्त मुख्य सचिव वित्त प्रबोध सक्सेना, प्रधान सचिव पर्यटन देवेश कुमार, एचपीटीडीसी के प्रबंध निदेशक अमित कश्यप और अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।