पेड़ के साथ ही यहां पर बिजली के खंभे भी जमीन पर आ गिरे, जिससे पूरे क्षेत्र में बिजली गुल रही। मंगलवार सुबह लोग अपने छोटे वाहनों को जोखिम उठाकर पेड़ के नीचे से निकालते रहे लेकिन प्रशासन ने जोखिम को देखते हुए सड़क को यातायात के लिए पूरी तरह से बंद कर दिया, ऐसे में ट्रैफिक को वाया तारादेवी भेजा, वहीं लोक निर्माण विभाग, वन विभाग और विद्युत कर्मी फील्ड में डटे रहे। मलबा हटाकर रोड को दोपहर से पहले बहाल कर दिया गया है। कई घंटों के लिए सड़क यातायात के लिए बंद रही।
इसके अलावा विद्युत कर्मी क्षेत्र में गुल हुई विद्युत आपूर्ति को बहाल करने के लिए दिनभर मुरम्मत कार्य में जुटे रहे। राज्य बिजली बोर्ड के कर्मचारी व अधिकारी बिजली बहाली के लिए लंबे समय तक जूझते रहे। पेड़ और चट्टानों के साथ बिजली के खंभे भी जमीन पर आ गिरे थे।
इसलिए सारे क्षेत्र की बिजली सप्लाई को बंद करने के लिए आधारभूत ढांचा फिर से खड़ा किया जा रहा है। दोपहर बाद टुटू क्षेत्र में बिजली की आपूर्ति को बहाल कर दिया गया था। जिलाधीश शिमला आदित्य नेगी ने कहा कि घटना की सूचना मिलते ही जिला प्रशासन और पुलिस के अधिकारी मौके पर तैनात कर दिए थे। इसे खोलने का काम तेजी से शुरू कर दिया गया।