यूनियन अध्यक्ष कमल ठाकुर व सचिव अखिल गुप्ता ने कहा कि विभाग व सरकार को 15 अगस्त तक मांगें मानने का अल्टीमेटम दिया था, लेकिन सरकार शनिवार को भी उन्हें वार्ता के लिए नहीं बुलाया गया। शिमला सिटी प्राइवेट बस ऑप्रेटर्ज यूनियन ने भी चालक-परिचालकों की हड़ताल का समर्थन किया है।
यूनियन महासचिव सुनील चौहान ने कहा कि सरकार जब सभी वर्गों के लोगाें व कर्मचारियों की समस्याएं सुनकर मांगों को पूरा कर रही है तो प्राइवेट बस चालक-परिचालकों की मांगों को क्यों अनसुना कर रही है।