हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले की सैंज घाटी में भयावह निजी बस हादसे की न्यायिक जांच शुरू हो गई है। पहले दिन मंगलवार को कई अधिकारियों के बयान दर्ज किए गए। इस जांच की जिम्मेदारी अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी प्रशांत सरकैक को सौंपी गई। अब सात जुलाई को अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी शैंशर गांव जाकर वहां के लोगों के बयान दर्ज करेंगे, जबकि सैंज घाटी के दोनों विद्युत परियोजनाओं के अधिकारियों समेत अन्य के बयान भी जांच कमेटी दर्ज करेगी।
न्यायिक जांच पूरा होने में थोड़ा समय लगेगा, लेकिन इसमें जो भी अधिकारी दोषी पाएं जाएंगे, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्हें किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा। अब पीड़ित लोगों को इंसाफ की उम्मीद है। शैंशर के जंगला बस हादसे में 13 लोगों की जान चली गई थी। परिजन सदमे में हैं और उनका रो-रो का बुरा हाल है। उधर, न्यायिक मामले की जांच कर रहे अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी प्रशांत सरकैक ने बताया कि बस हादसे की जांच शुरू कर दी है। पहले दिन बयान लिए गए हैं।
वहीं, इस हादसे में दुर्घटनाग्रस्त बस का रिकॉर्ड भी खंगाला जा रहा है। अगर बस के रूट में मनमर्जी पाई जाती है तो बस मालिक पर भी शिकंजा कसा जाएगा। अब यह सभी खुलासा न्यायिक जांच पूरा होने के बाद ही सामने आएगा। इसके अलावा तीन अन्य निजी बसों की जांच भी की जाएगी। परिवहन विभाग कुुल्लू के आरटीओ हेमचंद वर्मा ने कहा कि दुर्घटनाग्रस्त बस के कागजों की जांच चल रही है। इसके बस रूट में अनियमिता पाए जाने पर निजी बस ऑपरेटर के खिलाफ मोटर व्हीकल एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी, जबकि अन्य बसों के कागजों की जांच भी हो रही है।
चालक की टांग का आज होगा ऑपरेशन
शैंशर बस हादसे के चालक महेंद्र की टांग का बुधवार को क्षेत्रीय अस्पताल कुल्लू में ऑपरेशन होगा। जिसकी तैयारियां अस्पताल प्रबंधन ने पूरी कर दी है। घायल चालक अभी कुछ भी बोलने की हालत में नहीं है। जिसके कारण उसके बयान दर्ज नहीं हो पाए हैं। उसके स्वास्थ्य में सुधार आने के बाद ही स्थिति का पता चल पाएगा। उधर, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. सुशील चंद्र शर्मा ने बताया कि चालक की हालत ठीक नहीं है। उसके पांव का आज ऑपरेशन होगा।