सिमरिया थाना के पुलिस कॉन्स्टेबल श्यामलाल गहलोत के मुताबिक, यह बस गुजरात के राजकोट से उत्तर प्रदेश के कानपुर जा रही थी. इसी बीच कोटा से आगे नेशनल हाइवे-27 पर ड्राइवर ने गुटखा थूकने के लिए खिड़की से मुंह बाहर निकाला और तभी अनियंत्रित होकर बस पीछे से ट्रेलर में घुस गई।
हादसे की एक वजह यह भी सामने आ रही है कि स्लीपर कोच बस सड़क पर आगे दौड़ रहे एक ट्रेलर को ओवरटेक कर रही थी. इसी दौरान कराड़िया पेट्रोल पंप के नजदीक यात्रियों से भरी यह गाड़ी पीछे से ट्रेलर में जा भिड़ी. इस हादसे में 4 लोगों ने मौके पर ही दम तोड़ दिया, जबकि करीब 10 घायल हो गए।
हादसे की सूचना मिलते ही आनन फानन में पुलिस दस्ता घटनास्थल पर पहुंचा और राहत कार्य शुरू करवाया. एंबुलेंस भी बुलवाई गईं और घायलों को अस्पतालों के लिए रेफर किया. वहीं, मृतकों के शवों को अलग से जिला अस्पताल की मोर्चरी के लिए भेजा गया.
हादसे में मध्य प्रदेश के एक और उत्तर प्रदेश 3 लोगों की मौत हो गई. मृतकों में ग्वालियर (मोहना) निवासी वीरेंद्र सिंह, झांसी निवासी नारायण सिंह और इटावा निवासी जितेंद्र और जीतू शामिल हैं. स्लीपर बस में करीब 50 यात्री सवार थे।