बिलासपुर: प्रदेश में उप चुनावों से ठीक पहले डिपुओं में मिलने वाला सरसों का तेल बदल कर हैफेड का तेल लाया गया। लगभग 2/3 महीने हैफेड का तेल दिया गया था। हैफेड हरियाणा सरकार का उपक्रम है, जिससे उसकी शुद्धता पर अधिक भरोसा किया जा सकता है।
वहीं चुनाव सम्पन्न होते ही दोबारा वही हल्का तेल डिपुओं में पहुंच गया। मंत्री महोदय तो क्या यह सब सिर्फ चुनावों के लिए दिखावा मात्र ही था.. ? कि लोगों को लगे कि सरकार अब डिपुओं में उच्च गुणवत्ता का तेल भेज रही है।
क्या यह सिर्फ महज चुनावी स्टंट था....? क्या हिमाचल के लोगों को अच्छी क्वालिटी का सरसों तेल दिया ही नहीं जा सकता, जो 2/3 महीनों में ही बंद कर देना पड़ा। यह एक बड़ा सवाल है ?