राणा ने कहा कि पुलिस भर्ती से संबंधित अर्की में सोशल मीडिया पर चैट लीक होने की चर्चाओं ने सरकार और सिस्टम को कटघरे में खड़ा किया है, जिसको देखकर लग रहा है कि या तो पुलिस तंत्र जानकर इस तरह के कारनामों को अंजाम दे रहा है या तो सरकार की ढीली पकड़ के बीच पुलिस तंत्र भर्ती प्रक्रिया को होने ही नहीं देना चाहता है।
राणा ने कहा कि लाखों लोग कोविड-19 के संकट के बाद बेरोजगार हुए हैं जबकि दूसरी ओर शिक्षित बेरोजगारों की फौज का आंकड़ा 11 लाख से ज्यादा हो चुका है, ऐसे में बेरोजगारों को रोजगार देने के लिए बीजेपी सरकार पूरी तरह फेल और फ्लॉप रही है।
उन्होंने कहा कि सरकार और सिस्टम अगर 1700 पुलिस जवानों की इस भर्ती में खुद को नाकाम पा रही है तो पुलिस भर्ती का टैस्ट किसी प्रोफैशनल एजैंसी से करवाया जाए ताकि बार-बार बेरोजगारों को परेशानी का सामना न करना पड़े। राणा ने कहा कि उन्हें मिली जानकारी के मुताबिक कांगड़ा व पंचकूला हरियाणा में इस पुलिस भर्ती के प्रश्न पत्र लीक होने की चर्चाएं हैं, जिस पर भी जांच होनी जरूरी है।