लोगों की मानें तो बोरियों में मैन्यूफैक्चरिंग की तारीख 1/2022 प्रिंट है। आटे से भरी बोरियां सीमैंट की तरह सैट हो रही हैं और बोरी से आधा-आधा किलो आटे के सैट हुए गोले निकल रहे हैं। डिपो होल्डर ने कहा कि हमें जिस तरह की सप्लाई दी गई है, वही दे रहे हैं। वहीं लोगों ने इस घटिया आटे को लेने से इंकार कर दिया है।
उधर, खाद्य एवं आपूर्ति विभाग इंदौरा के इंस्पैक्टर मनोज मेहरा ने बताया कि सामान की गुणवत्ता को लेकर किसी तरह का समझौता नहीं किया जाएगा। डिपो होल्डर को आटा बेचने से मना कर दिया गया है तथा सप्लाई किए गए आटे के सैंपल भरे जाएंगे और रिपोर्ट आने पर आगामी कार्रवाई की जाएगी।