सोमवार को बिलासपुर बंदला रूट पर 4:15 बजे बस अड्डा बिलासपुर से बस चली। जैसे ही बस दनोह गोपाल मंदिर के पास पहुंची, तो खराब हो गई। इसके बाद लोगों बस से बाहर आए। लोगों ने आरएम को इस बारे में सूचित कर मौके का जायजा लेने की मांग की। आरएम बिलासपुर ने कुछ देर के बाद दूसरी बस भेजी, लेकिन खुद मौके पर नहीं पहुंचे।
लोगों ने कहा कि हर तीसरे दिन इस रूट पर कोई न कोई बस खराब हो जाती है। कुछ साल पहले भी इस रूट पर बड़ा हादसा हो चुका है। इसमें दर्जनों लोगों की जानें चली गई थीं। बार-बार इस रूट पर बस खराब हो रहा है। कभी ब्रेक छोड़कर पीछे हटने लगती है, जिससे कई सवारियों की जिंदगी दांव पर होती है। निगम संजीदा नहीं है और हादसों का खतरा बना रहता है।
करीब ढाई घंटे तक लोग सड़क पर विरोध दर्ज करवाते रहे। जब मामला शांत नहीं हुआ तो सिहड़ा पंचायत प्रधान सरोज कुमार मौके पर पहुंचे और उन्होंने माहौल शांत किया।
24 अक्तूबर 2011 को गोपाल मंदिर दनोह के पास बस एक हजार फीट गहरी खाई में गिर गई थी। इसमें 35 लोगों की मौत हुई थी। वहीं 15 से ज्यादा लोग घायल हुए थे।
24 अक्तूबर 2011 को गोपाल मंदिर दनोह के पास बस एक हजार फीट गहरी खाई में गिर गई थी। इसमें 35 लोगों की मौत हुई थी। वहीं 15 से ज्यादा लोग घायल हुए थे।
ये बोली सवारियां
बंदला रूट पर दुरुस्त बस ही भेजे निगम : सुनीता
सिहड़ा गांव की सुनीता ने कहा कि इस रूट पर निगम को दुरुस्त बस भेजनी चाहिए ताकि लोग सुरक्षित घर पहुंच सके।
पहले भी हो चुका है बड़ा हादसा : गोल्डी
गोल्डी ने बताया कि जिस जगह पर बस खराब हुई। उसी जगह पर पहले बड़ा हादसा हो चुका है। इसमें कई लोगों की जान चली गई थी। निगम की लापरवाही से फिर से बड़ा हादसा हो सकता है।
हर तीसरे दिन खराब हो रही बस : सरोज
सिहड़ा पंचायत प्रधान सरोज ने बताया कि हर तीसरे दिन बस खराब हो रही है। निगम को इस ओर ध्यान देना चाहिए। उन्होंने कहा कि निगम की इस लापरवाही से लोगों के जख्म फिर से हरे हो जाते हैं।
जांच के बाद ही भेजी जाए बस : पुनीत
पुनीत बंसल ने बताया कि बंदला रूट पर बस को जांच के बाद ही भेजा जाए। चढ़ाई होने के कारण बड़ा हादसा हो सकता है।
वहीं आरएम विनोद ठाकुर ने कहा कि बिलासपुर बंदला रूट पर भेजी गई बस खराब हुई थी। इसके तुरंत बाद दूसरी बस भेजी गई। बस को जांच के बाद ही रूट पर भेजा जाता है। अगर कोई खराबी आती है, तो उसका उसी समय समाधान किया जाता है।