बिलासपुर से त्रिफलघाट बस की बहाली जल्द की जानी चाहिए। यह बस बिलासपुर से त्रिफलघाट चलती थी और इससे कॉलेज के छात्रों, आई. टी. आई. के छात्रों और बिलासपुर जिला मुख्यालय में आने वाले लोंगो को बहुत लाभदायक सिद्ध होती थी यह कहना है जिला कांग्रेस सेवादल के महासचिव संदीप सांख्यान का। इस बस की समयसारिणी भी आम लोगो को बहुत सुविधाजनक रहती थी। 
इस बस का से सदर विधानसभा क्षेत्र बिलासपुर का उत्तरी-पश्चिमी छोर काफी हद तक कवर होता था। इसकी समयसारिणी सुबह 7:15 बजे त्रिफलघाट से बिलासपुर जिला मुख्यालय 9:30 बजे के करीब पहुंचना होता था, जबकि यह बस शाम को 4:15 बजे बिलासपुर बस स्टैंड से त्रिफलघाट की और रवाना होती थी। इसमें भी कोई अतिशयोक्ति नहीं कि इस रूट पर निजी बसों का चलन बढ़ा है लेकिन वह मर्जी की मालिक होती है, किसी दिन जब राजकीय अवकाश या फिर रविवार का दिन होता है तो ऐसे में निजी बसों का चलन कम हो जाता है। 
तो ऐसे में बिलासपुर जिला मुख्यालय से कंदरौर, घुमानी चौक, रोहिन, हरलोग, हवांणं के लोंगो को भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। यह बस पिछले 15-20 वर्षों से लोंगो को उनके गंतव्य तक पहचाने में बहुत सफल रही है लेकिन अब कुछ वर्षों से इस बस को बंद कर दिया गया जिसके कारण करीब 50000 हजार की आबादी से गुजरने वाली इस बस के बंद होने से लोंगो में रोष व्याप्त है। संदीप सांख्यान ने स्थानीय विधायक और हिमाचल पथ परिवहन के अफ़सरान से अनुरोध किया है कि इस बिलासपुर से त्रिफलघाट चलने वाली को तुरत बहाल करवाया जाए।
