मामला उठते ही बीडीओ फतेहपुर ने बन्द करवाया कार्य
फतेहपुर, ब्यूरो: विकास खंड फतेहपुर के अधीन पंचायत खेहर में नियमों को ताक पर रखकर चिल्ड्रन पार्क का निर्माण करवाने का मामला प्रकाश में आया है। जानकारी अनुसार खेहर पंचायत में 14वें वित्त आयोग के तहत दो चिल्ड्रन पार्क का निर्माण करवाया जाना था लेकिन निर्माण कार्य में नियमों को ताक पर रखा गया। प्रक्रिया के अनुसार इसके निर्माण से पहले समाचार पत्रों में कोटेशन दी जानी थी, उसके बाद निविदाएं आमंत्रित होनी थी तथा पंचायत में निविदाओं को खोला जाना था जिसमें जिस वेंडर का रेट कम होना था, उसको निर्माणकार्य दिया जाना था परन्तु पंचायत द्वारा ऐसा नहीं किया गया।
नियमों को ताक पर रखते हुए खेहर में पार्क का आधा कार्य भी करवाया जा चुका है तथा जैसे ही इसकी भनक लगी तो मीडिया ने इस मुद्दे को बीडीओ के समक्ष उठाया। मुद्दा उठते ही बीडीओ फतेहपुर ने संज्ञान लेते ही कार्य को बन्द करवा दिया तथा इस मामले में उचित कार्रवाई के आदेश दिए। चिल्ड्रन पार्क पर करीबन चार लाख रुपए खर्च होना था। आख़िरकार पंचायत ने नियमों को ताक पर रखकर कार्य को कैसे शुरू करवा दिया।
पंचायत प्रधान पवन कुमार के बोल:
इस बारे में पंचायत प्रधान पवन कुमार ने कहा कि नियमों के आधार पर ही चिल्ड्रन पार्क का निर्माण किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि समस्त नियमों को पूरा करके ही काम लगवाया था। उन्होंने कहा कि समस्त आरोप निराधार हैं।
पंचायत सचिव सतविंदर सिंह के बोल:
जब इस बारे में खेहर पंचायत के सचिव सतविंदर सिंह से बात हुई तो उन्होंने बताया हमने किसी भी अखबार में टेंडर प्रक्रिया के बारे में नहीं दिया बल्कि नोटिस बोर्ड पर चिपकाया था। अब हैरानी की बात यह है कि गगल की एक फर्म को नोटिस बोर्ड पर लगे टेंडर की जानकारी मिल गई और स्थानीय कंपनियों को इसका पता नहीं चला।
बीडीओ फतेहपुर रणविजय कटोच के बोल:
जब इस बारे में विकास खंड अधिकारी फतेहपुर रणविजय कटोच से बात हुई तो उन्होंने बताया कि बिना टेंडर प्रक्रिया के कार्य नहीं करवाया जा सकता। उन्होंने कहा कि चिल्ड्रन पार्क निर्माण के कार्य को बन्द करवा दिया गया है तथा नियमों को ताक पर रखने की एवज में कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।