वहीं देवभूमि क्षत्रिय संगठन के प्रदेशाध्यक्ष रूमित ठाकुर को अर्की पुलिस अपने साथ सोलन ले गई है। रूमित पर वहां भी मामले चल रहे हैं। अन्य आरोपियों को धर्मशाला में न्यायिक हिरासत में रखा गया है।
गौरतलब है कि विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दौरान सवर्ण आयोग के गठन को लेकर तपोवन में हुए विवाद, हाथापाई, पथराव और गाड़ी से सरकारी कर्मचारियों को कुचलने के मामले में सवर्ण संगठन के प्रदेशाध्यक्ष मदन ठाकुर, देवभूमि क्षत्रिय संगठन के प्रदेशाध्यक्ष रूमित ठाकुर और दीपक को शिमला से गिरफ्तार किया था।
इसके बाद पुलिस ने तपोवन में तोड़-फोड़ के चलते 6 अन्य आरोपियों को भी गिरफ्तार कर धर्मशाला लाया था। आरोपियों को न्यायालय से 26 मार्च तक का रिमांड मिला था। सदर थाना धर्मशाला के एसएचओ राजेश कुमार ने बताया कि 8 आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेजा गया है। इसके अलावा रूमित ठाकुर को सोलन पुलिस के सुपुर्द किया गया है।