राजधानी में बिगड़े हालातों को देखकर प्रशासन ने शहर को छावनी में दबदील कर दिया है। जबकि राजधानी में प्रशासन की ओर से धारा 144 लागू की गई है। बावजूद इसके प्रदर्शनकारी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल के बैठे हैं। इस बीच प्रदर्शनकारियों की ओर से पुलिस पर पथराव किए जाने के कारण एएसपी सहित कुछ पुलिसकर्मियों के चोटिल होने की भी सूचना मिली है। जिन्हें उपचार हेतु आईजीएसी पहुंचाया गया है।
यातायात हुआ प्रभावित
बता दें कि सवर्ण समाज को कानूनी मान्यता दिलवाने के लिए आयोग के समर्थक आज सचिवालय घेरने के लिए पहुंचे हैं। प्रदर्शन के चलते पुलिस की ओर से शिमला के ओल्ड बस स्टेंड तथा क्रॉसिंग व छोटा शिमला जाने वाले मार्ग को बंद कर दिया गया है। हालांकि, न्यू बस स्टैंड की ओर से वाहनों को संजौली, छोटा शिमला और अपर शिमला की ओर भेजा जा रहा है।
शिमला छावनी में हुआ तबदील
उधर, राजधानी में कानून व्यवस्था को बनाए रखने के लिए जिला प्रशासन की ओर से पूरे शहरभर में एक हजार से ज्यादा पुलिसकर्मी तैनात किए हैं। यहां तक की पुलिस की ओर से शिमला के न्यू बस स्टैंड के पास क्रॉसिंग पर मुख्य सड़क पर नाका बंदी कर बेरिकैड्स लगा दिए गए हैं।
वहीं, डीसी शिमला ने हिमाचल प्रदेश सचिवालय, छोटा शिमला, हिमाचल हाईकोर्ट, राजभवन, सीएम आवास ओक ओवर, एमएलए आवास के 50 मीटर के दायरे, टूटीकंडी पार्किंग के 500 मीटर, एजी चौक से बालूगंज, ढली बाजार से नवबहार संजौली, 103 टनल से विक्ट्री टनल के आसपास धारा-144 लागू की गई है।
शोघी में चेंकिंग
बता दें कि जिला प्रशासन की ओर से शिमला के बॉर्डर शोघी में भी भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। पुलिस द्वारा यहां पर गाड़ियों की चेकिंग की जा रही है। इसी वजह से यहां पर जाम भी लग रहा है। चेक पोस्ट पर सिरमौर से आ रही गाड़ियो को खास तौर पर रोका जा रहा है। क्योंकि यहां से बड़ी संख्या में समर्थकों के पहुंचने का अंदेशा है।
दरअसल, देर रात नाहन में पुलिस कर्मियों से सवर्ण आयोग के समर्थकों की झड़प हुई है। इसमें पांच पुलिस कर्मी घायल हुए हैं। बताया जा रहा है कि ये समर्थक शिमला की ओर आ रहे थे, लेकिन कर्मियों ने इन्हें रोका था। ऐसे में इनके बीच में झड़प हो गई थी।