मामले की तफ्तीश करते हुए पुलिस द्वारा घटना स्थल के आसपास, बस स्टैंड बिलासपुर व संभावित स्थानों पर कैमरे चैक किए तो पता चला कि गत रात्रि उपरोक्त गाड़ी बस स्टैंड बिलासपुर से फिर शिमला की ओर जाती पाई गई। इस दौरान गाड़ी को चुराने वालों में से एक संदिग्ध का हुलिया कैमरों से सामने आया, जिसकी शहर में पूछताछ द्वारा पहचान करवाई गई तथा उसकी पहचान स्थानीय खुफिया स्रोतों से करवाई गई तो शक के आधार पर एक व्यक्ति का नाम व पता सामने आया, जिस पर पुलिस द्वारा इस व्यक्ति को मोबाइल लोकेशन के आधार पर ढूंढ निकाला।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार 1 मार्च की ही रात को उक्त संदिग्ध व्यक्ति पाया गया तथा इसकी सहयोगी महिला को भी गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तारी के दौरान इन दोनों ने इस गाड़ी को अपने अन्य सहयोगी लुधियाना-पंजाब निवासी प्रदीप तथा एक नाबालिग लड़की के साथ चोरी करना स्वीकार किया, जिन्हें भी पुलिस ने पंजाब के राजपुरा में काबू किया। नाबालिग लड़की को बाद में पूछताछ करके उसके परिजनों के हवाले किया गया तथा इनकी निशानदेही पर चोरीशुदा वाहन को राजपुरा पंजाब से बरामद किया गया।
डीएसपी मुख्यालय राज कुमार ने बताया कि पुलिस पूछताछ में सबने कबूल किया कि इन्होंने मिलकर गाड़ी चोरी की थी तथा प्रदीप सिंह ने यह भी माना कि इसे पिछले वर्ष 2021 में रूपनगर (रोपड़) पंजाब पुलिस द्वारा हथियारों की सप्लाई करते हुए पकड़ा था तथा यह तब से जेल में ही था, जो थोड़े समय पहले ही जेल से छूटकर आया है।
मामले में कुल 3 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिन्हें माननीय अदालत में पेश किया जाएगा। उन्होंने बताया कि पुलिस द्वारा मामले में हर पहलू पर अन्वेषण जारी है तथा यह भी अभी पूछताछ की जानी है कि इन्होंने अन्य कहां-कहां पर चोरी की है।