अनुबंध पर लाने के लिए घोषित की गई नीति मात्र घोषणा ही साबित हुई
दिसम्बर 2021 में परिवहन मंत्री की अध्यक्षता हुई निदेशक मंडल की बैठक में पीसमील कर्मचारियों के लिए अनुबंध पर लाने के लिए घोषित की गई नीति मात्र घोषणा ही साबित हुई है। इतना समय बीत जाने के बाद भी किसी भी पीसमील कर्मचारी को अनुबंध पर नहीं लाया गया है। प्रदेश सरकार द्वारा कर्मचारियों के लिए छठे वेतन आयोग की सिफारिशों का लाभ देने के आदेश जारी कर दिए गए हैं लेकिन एचआरटीसी के कर्मचारियों को छठे वेतन आयोग की सिफारिशें लागू करने के लिए एचआरटीसी प्रबंधन द्वारा कोई भी आदेश जारी नहीं किए गए हैं, जिससे एचआरटीसी के तमाम कर्मचारी अपने आप को ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं।
माह की 22 तारीख को मिलने वाला नाइट ओवर टाइम भी नहीं मिला
कर्मचारियों का कहना है कि वेतन विसंगतियां बढ़ती जा रही हैं। दिसम्बर माह में सरकार ने आश्वस्त किया था कि माह की 22 तारीख को चालक-परिचालकों को नाइट ओवरटाइम जारी किया जाएगा लेकिन जनवरी माह 22 तारीख को नाइट ओवरटाइम जारी ही नहीं किया। 31 जनवरी तक कर्मचारी नाइट ओवरटाइम जारी होने का इंतजार करते रहे लेकिन 31 तारीख को भी यह जारी नहीं किया गया। वहीं 35 महीने के नाइट ओवरटाइम जारी होने का चालक-परिचालक इंतजार कर रहे हैं।
जल्द ही बैठक कर आंदोलन की रणनीति होगी तैयार
संयुक्त समन्वय समिति (जेसीसी) ने एक बार फिर निगम प्रबंधन को आंदोलन की चेतावनी दी है कि वह आगामी दिनों में जल्द ही बैठक कर आंदोलन की रणनीति तैयार करेंगे। इसमें पीसमील कर्मचारी भी साथ देंगे, क्योंकि पीसमील कर्मचारियों को बीओडी की बैठक में लिए निर्णय के बाद भी अनुबंध पर नहीं लाया गया है। ऐसे में प्रदेश के 950 पीसमील कर्मियों में निगम के प्रति फिर रोष बढ़ गया है।